Saturday, May 24, 2025

 इस बार और भव्य होगा श्रावणी मेला, श्रद्धालुओं को मिलेगी सभी सुविधा

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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने श्रावणी मेला को भव्य बनाने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को सभी तैयारियां समय पर पूरी करने के निर्देश दिए। इस वर्ष लगभग 50 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। मुख्यमंत्री ने सुरक्षा स्वच्छता और यातायात प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने को कहा और क्यूआर आधारित शिकायत प्रणाली शुरू करने के निर्देश दिए।

रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस वर्ष 11 जुलाई से आयोजित होने वाले विश्व प्रसिद्ध राजकीय श्रावणी मेला को और भव्य बनाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा का पूरा ध्यान देने को कहा है। उन्होंने कहा है कि इस मेला में देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा और सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को श्रीकृष्ण लोक प्रशासन संस्थान स्थित सभागार में इस राजकीय मेला की तैयारियों को लेकर बाबा बैद्यनाथ धाम- बासुकीनाथ तीर्थ क्षेत्र विकास प्राधिकार एवं वरीय पदाधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। इस क्रम में उन्होंने सारी आवश्यक तैयारियां समय पूरी करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

बैठक में अधिकारियों ने श्रावणी मेला की चल रही तैयारियों की अद्यतन स्थिति से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रावणी मेले से झारखंड को देश- दुनिया में विशिष्ट पहचान मिली है। हर वर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा नगरी आते हैं। इस वर्ष भी लगभग 50 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।

ऐसे में वे यहां से बेहतर अनुभव लेकर जाएं, इसके लिए श्रावणी मेला में नई कड़ियों को जोड़ने के साथ इसे और भी भव्य स्वरूप देने की दिशा में आगे बढ़ें। इसके लिए जो भी जरूरतें होगी, उसे उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने महिलाओं और बच्चों के लिए अलग से रहने और भोजन की व्यवस्था करने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए।

बैठक में पर्यटन, कला संस्कृति मंत्री सुदिव्य कुमार, विधायक सुरेश पासवान, देवेंद्र कुंवर, मुख्य सचिव अलका तिवारी, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, प्रधान सचिव मस्त राम मीणा, वंदना दादेल, डीजीपी अनुराग गुप्ता, सचिव मनोज कुमार तथा बैद्यनाथ राम-बासुकीनाथ तीर्थ क्षेत्र विकास प्राधिकार के सदस्य उपस्थित थे।

सारी व्यवस्था हो पुख्ता, मुख्य सचिव स्वयं करें तैयारियों की मॉनिटरिंग

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रावणी मेला में सुरक्षा, स्वच्छता, विश्राम, पेयजल, बिजली, पानी, शौचालय, स्नानागार, यातायात और स्वास्थ्य से संबंधित सारी व्यवस्थाएं पुख्ता होनी चाहिए। इसके लिए सभी विभाग आपस में समन्वय बनाकर तैयारियों को अंतिम रूप दें।

मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव अलका तिवारी को तैयारियों को लेकर विभागों द्वारा की जा रही व्यवस्था की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि भीड़ नियंत्रण के साथ ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को पुख्ता रखना बेहद जरूरी है। मेला रूट में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किए जाएं।

वाहनों की गति सीमा निर्धारित कर उसका कड़ाई से पालन हो। पर्याप्त संख्या में वाहन प्लेट नंबर रीडिंग हाई डेफिनेशन कैमरा लगाएं जाएं, ताकि ट्रैफिक सिस्टम का उल्लंघन करने वालों की पहचान में सुविधा हो सके।

रैयतों की सहमति से मेला रूट में खाली पड़ी जमीन का उपयोग हो

मुख्यमंत्री ने श्रावणी मेला के समापन तक के लिए मेला रूट में खाली पड़ी जमीन को लेने के लिए रैयतों से बात करने को कहा। कहा कि अगर वे इसके लिए तैयार हो जाते हैं तो उस जमीन पर विश्राम गृह, शौचालय और स्नानागार की व्यवस्था करें, ताकि श्रद्धालुओं को अच्छी व्यवस्था मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि मेला के समापन के बाद उक्त जमीन की पूरी साफ-सफाई कर उसके रैयत को वापस कर दें।

श्रद्धालुओं की शिकायतों पर हो त्वरित एक्शन

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को क्यूआर आधारित शिकायत प्रणाली शुरू करने के भी निर्देश दिए ताकि किसी भी श्रद्धालु को अगर कोई परेशानी या समस्या हो रही है तो वह अपनी शिकायत तुरंत दर्ज करा सके। उन्होंने कहा कि शिकायतों के त्वरित निष्पादन की व्यवस्था होनी चाहिए।

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