जून का महीना कुछ ही दिनों में शुरू होने वाला है. जून महीने में बैंक छुट्टियों की लिस्ट जारी कर दी गई है.
नई दिल्ली: नौकरीपेशा लोगों को छुट्टियों का सबसे ज्यादा इंतजार रहता है. यही वजह है कि नया कैलेंडर आते ही लोग सबसे पहले छुट्टियों की लिस्ट देखते हैं. बैंकों में छुट्टियां आरबीआई कैलेंडर के हिसाब से तय होती हैं. कुछ ही दिनों में जून का महीना शुरू होने वाला है. जून के महीने में बैंक 12 दिन बंद रहेंगे. आइये जानते है कि आरबीआई हॉलिडे कैलेंडर के हिसाब से जून के महीने में कब-कब बैंक बंद रहेंगे.
कब-कब बैंक बंद रहेंगे?
डेट | दिन | छुट्टी | कहां बैंक बंद रहेगा |
7 जून 2025 | शनिवार | बकरी ईद/ ईद-अल-अधा | भारत भर के अधिकांश राज्य |
8 जून 2025 | रविवार | बकरी ईद/ ईद-अल-अधा | जम्मू और कश्मीर |
10 जून 2025 | मंगलवार | श्री गुरु अर्जुन देव जी का शहीदी दिवस | पंजाब |
11 जून 2025 | बुधवार | संत गुरु कबीर जयंती | हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश |
12 जून 2025 | गुरुवार | गुरु हरगोबिंदजी का जन्मदिन | जम्मू और कश्मीर |
14 जून 2025 | शनिवार | पहिली राजा और दूसरा शनिवार | सभी राज्य |
15 जून 2025 | रविवार | YMA दिवस | मिजोरम |
27 जून 2025 | शुक्रवार | रथ यात्रा | मणिपुर, उड़ीसा |
28 जून 2025 | शनिवार | दूसरा शनिवार | सभी राज्य |
30 जून 2025 | सोमवार | रेम्ना नी | मिजोरम |
सार्वजनिक और निजी दोनों ही क्षेत्र के बैंक हर महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को बंद रहते हैं.
जून की छुट्टियों का डिटेल्स
- संत गुरु कबीर जयंती- यह त्यौहार रहस्यवादी कवि और संत संत कबीर के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. यह दिन हिंदू महीने ज्येष्ठ की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है.
- YMA दिवस- यह अवकाश यंग मिजो एसोसिएशन (YMA) की स्थापना का प्रतीक है. यह मिजो लोगों का सबसे बड़ा गैर-लाभकारी, धर्मनिरपेक्ष और गैर-सरकारी संगठन है. इस अवसर पर, मिजोरम राज्य में पौधे लगाना, गांवों की सफाई करना, गरीबों के लिए घर बनाना आदि जैसी अलग-अलग सामाजिक गतिविधियां की जाती हैं.
- राजा संक्रांति- यह दिन असारा महीने के पहले दिन मनाया जाता है. यह राज्य में कृषि वर्ष का स्वागत करता है. त्यौहार के कारण तीन दिनों की अवधि के लिए सभी कृषि कार्य रोक दिए जाते हैं.
- रेमना नी- रेमना नी मिजो नेशनल फ्रंट और केंद्र सरकार के बीच ऐतिहासिक शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने की याद दिलाता है. समझौते पर हस्ताक्षर करने से राज्य में 20 साल से चल रहे विद्रोह का अंत हो गया.
- रथ यात्रा- रथ यात्रा को रथ उत्सव के नाम से भी जाना जाता है जो आषाढ़ महीने के पखवाड़े के दूसरे दिन मनाया जाता है. यह दिन भगवान जगन्नाथ के गुंडिचा मंदिर में दर्शन का उत्सव है. यह त्यौहार ओडिशा के पुरी में मनाया जाता है, जहां भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के तीन पूरी तरह से सुसज्जित रथ निकाले जाते हैं और सैकड़ों भक्त उन्हें खींचते हैं.