मुंबई: दूरसंचार सेवा प्रोवाइडर वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के शेयरों में आज हल्की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. आपको बता दें कि कंपनी ने अपने समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) बकाया से अतिरिक्त राहत की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक नई याचिका दायर की
वोडाफोन आइडिया ने अपनी याचिका में एजीआर पर पहले के फैसले का हवाला दिया है और 30,000 करोड़ रुपये से अधिक के बकाये की माफी की मांग की है. विशेष रूप से एजीआर शुल्क के जुर्माना घटक पर जुर्माना और ब्याज की माफी की मांग की है.
कंपनी का तर्क है कि एजीआर फैसले के लगाई गई बाधाओं के कारण सरकार आगे राहत देने में अक्षम है. इसमें आगे दावा किया गया है कि सरकार अब प्रभावी रूप से कंपनी में एक साझेदार है, जो एजीआर और स्पेक्ट्रम बकाया को इक्विटी में बदलाव करने के बाद 49 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी रखती है.
दूरसंचार क्षेत्र की परेशानियों का हवाला देते हुए कंपनी का दावा है कि अतिरिक्त सरकारी सहायता के बिना यह क्षेत्र ध्वस्त हो जाएगा. कंपनी ने इस मामले पर तत्काल सुनवाई का अनुरोध किया है, जो 19 मई को निर्धारित की गई है.
वोडाफोन आइडिया के साझा किए गए नवीनतम शेयरधारिता पैटर्न के आधार पर, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की कंपनी में 6.56 फीसदी हिस्सेदारी थी, लेकिन किसी के पास 1 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी नहीं थी, जिससे उनका नाम शेयरधारिता पैटर्न में शामिल हो सके.
शेयरधारिता से यह भी पता चलता है कि सरकार के पास दूरसंचार ऑपरेटर में 49 फीसदी हिस्सेदारी है, जिसने अपनी स्पेक्ट्रम देनदारियों को इक्विटी में बदल दिया है. कंपनी के 59 लाख से अधिक छोटे शेयरधारक हैं, या जिनकी अधिकृत शेयर पूंजी 2 लाख रुपये तक है.