झारखंड में पहली बार जेडीयू ने प्रदेश कार्यालय खोला है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका उद्घाटन किया। यह दफ्तर बीआइटी मोड के पास खोला गया है। दफ्तर के खुलने से झारखंड के जदयू कार्यकर्ताओं और समर्थकों में खुशी की लहर दौर गई। 24 साल बाद दफ्तर मिलने के बाद सभी काफी खुश नजर आए। इस दौरान खीरू महतो सरयू राय भी उपस्थित थे।
रांची राज्य गठन के बाद जदयू पार्टी कई सरकारों में सम्मिलित रही है। लेकिन अभी तक इसके प्रदेश कार्यालय का अपना भवन नहीं था। पहली बार इसका अपना कार्यालय बीआइटी मोड के पास अपनी जमीन पर बना है।
बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री सह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने इसका आनलाइन उद्धाटन किया। उद्घाटन के बाद पार्टी की बैठक हुई।
बैठक के दौरान कई दिग्गज नेता रहे मौजूद
इस दौरान जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद खीरू महतो, जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय ने संयुक्त रूप से फीता काट कर पार्टी के अंदर प्रवेश किया। इस दौरान पार्टी के कई वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे। इस मौके पर पूजा पाठ और हवन किया गया।
बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई
बैठक में आगामी निकाय चुनाव, सदस्यता अभियान एवं संगठन की मजबूती पर चर्चा हुई। प्रदेश अध्यक्ष ने उद्घाटन के बाद प्रदेश जदयू कार्यसमिति की बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता खीरू महतो ने की। इसकहा कि लंबे समय से हमें अपने कार्यालय की तलाश थी। आज यह पूर्ण हुआ।
विधायक सरयू राय के आवास पर भी अतिरिक्त कार्यालय चलता रहेगा। उन्होंने सदस्यता अभियान जारी रखने और इसमें तेजी लाने की बात कही। उन्होंने कहा कि संगठन को मजबूती प्रदान करने के लिए जिलों में संगठन प्रभारी की घोषणा जल्द की जाएगी।
सरयू राय ने कहा कि संगठन नियमित कार्यक्रम करे और इस माध्यम से जन मानस को पार्टी के साथ जोड़े। जिन कार्यकर्ताओं को निकाय चुनाव लड़ना है।
वे अपने वार्डों में संपर्क अभियान शुरू कर बैठक करें और समस्याओं को पार्टी स्तर से हल कराने का प्रयास करें। बैठक के बाद पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों को मौन रख श्रद्धांजलि दी गई। बैठक में
श्रवण कुमार, डा. आफताब जमील, धर्मेंद्र तिवारी, भगवान सिंह, संजय सिंह, निर्मल सिंह, सागर कुमार, पिंटू सिंह, उपेंद्र सिंह आदि भी उपस्थित थे।
अनुराग गुप्ता को डीजीपी बनाए रखना गलत : सरयू
सरयू राय ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अनुराग गुप्ता को डीजीपी बनाए रखना नियम संगत नहीं है। राज्य सरकार ऐसा कर अन्य अधिकारियों को इस पद से वंचित कर रही है।
मुख्यमंत्री के विदेश यात्रा का उन्होंने स्वागत किया। कहा कि स्पेन और स्वीडन में जो विकास हेमंत सोरेन ने देखा, उस अनुरूप झारखंड में भी परिवर्तन करने की दिशा में आगे बढ़ें।