झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के चाकुलिया में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में पंचायत सचिव सुनील महतो और कंप्यूटर ऑपरेटर सपन महतो को पुलिस ने हिरासत में लिया है। आरोप है कि दोनों ने नियमों को ताक पर रखकर 4000 से अधिक फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी किए हैं जिनमें अन्य जिलों और समुदायों के लोगों के प्रमाण पत्र भी शामिल हैं।
चाकुलिया (पूर्वी सिंहभूम)। झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के चाकुलिया के बहुचर्चित फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में स्थानीय पुलिस ने आरोपित मटियाबांधी पंचायत के पंचायत सचिव सुनील महतो एवं वीएलई (कंप्यूटर आपरेटर) सपन महतो को हिरासत में ले लिया है। मुसलमानों के नाम पर भी फर्जीवाड़ा किया जा रहा था।
शुक्रवार शाम चाकुलिया बीडीओ आरती मुंडा के आवेदन के आलोक में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद देर रात दोनों आरोपियों को उनके घर से पुलिस ने उठा लिया। फिलहाल उनसे फर्जीवाड़ा को लेकर पूछताछ की जा रही है
जमशेदपुर,धनबाद,बोकारो गुमला समेत अन्य स्थानों के बने जन्म प्रमाण पत्र
बता दें कि मटियाबांधी पंचायत में वर्ष 2024- 25 में साल भर के भीतर सारे नियम कायदों को तक पर रखकर 4400 से अधिक जन्म प्रमाण पत्र निर्गत हुए हैं। अब तक हुई जांच के मुताबिक इनमें से करीब 4000 जन्म प्रमाण पत्र फर्जी तरीके से निर्गत किए गए हैं।
मुसलमानों के नाम पर जन्म प्रमाण पत्र का फर्जीवाड़ा
जिस पंचायत में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं रहता वहां 700 से अधिक मुस्लिम समुदाय के लोगों के प्रमाण पत्र निकाले गए हैं। इसके अलावा 11 ट्रांसजेंडर का भी जन्म प्रमाण पत्र यहां से निर्गत हुआ है जबकि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक यहां एक भी ट्रांसजेंडर नहीं रहता।
इतना ही नहीं जमशेदपुर के अलावा धनबाद, बोकारो एवं गुमला जैसे शहरों में रहने वाले लोगों के भी मटियाबांधी पंचायत से जन्म प्रमाण पत्र हासिल करने की बात सामने आ रही है।
घाटशिला एसडीओ सुनील चंद्र एवं एसडीपीओ ने भी ली जानकारी
शुक्रवार की रात करीब 10 बजे घाटशिला एसडीओ सुनील चंद्र एवं एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर ने चाकुलिया थाना आकर जन्म प्रमाण पत्र मामले में चल रही जांच का जायजा लिया। एसडीओ ने कहा कि सभी फर्जी प्रमाण पत्रों को रद्द किया जाएगा तथा इसे बनाने एवं बनवाने वालों पर समुचित कानूनी कार्रवाई होगी।