पश्चिम चंपारण के शिकारपुर थाना स्थित डीके शिकारपुर गांव में घरेलू विवाद सुलझाने गयी पुलिस टीम पर लोगों ने हमला कर दिया. हमले में शिकारपुर थाने की एसआई मुन्नी देवी घायल हो गयी हैं. इस मामले में पुलिस ने एक ही परिवार के तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
पश्चिम चंपारण के शिकारपुर थाना की महिला दारोगा को बाल पकड़कर घसीटने का मामला सामने आया है. महिला दारोगा डीके शिकारपुर गांव में घरेलू विवाद को सुलझाने गयी थी. इस घटना में गिरफ्तार तीनों की पहचान डीके शिकारपुर गांव निवासी मोहम्मद मोमताज की पत्नी नूरसलमा खातून, बेटी मेहनाज खातून और बेटा शमशाद आलम के रूप में की गयी है. जानकारी के अनुसार, डीके शिकारपुर की मुर्शिदा खातून के छोटे बेटे मोहम्मद आफताब के घर सोमवार को आंधी-पानी में आंगन में लगा बल्ब फ्यूज हो गया. आफताब ने बल्ब लगाने के लिए अपनी मां मुर्शिदा से सीढ़ी मांगी, तो उसने मना कर दी. इसी बात को लेकर दोनों के बीच बहस होने लगी.
मारपीट में तब्दील
बहस बढ़ते-बढ़ते गाली गलौज और मारपीट में तब्दील हो गयी. इसके बाद मुर्शिदा खातून ने 112 नंबर पर डायल कर शिकायत की. 112 टीम में शामिल एसआई मुन्नी देवी सदल बल पहुंचीं. झगड़ा छुड़ाने का प्रयास करने लगीं. इसी दौरान मेहनाज खातून ने एसआई का बाल पकड़ कर नीचे झुका दिया. मारपीट करने लगी. यह देख वहां मौजूद महिला पुलिस कर्मी बीच बचाव करने लगीं. तभी मेहनाज की मां और भाई ने गाली गलौज करते हुए उनके साथ दुर्व्यवहार किया.
पुलिस ने शुरू की कार्रवाई
सूचना पर पहुंचे अतिरिक्त पुलिस बल ने आरोपी मां बेटी और बेटा तीनों को हिरासत में लेकर थाने पहुंचे. घायल एसआई को अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज कराया गया. अनुमंडलीय अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि हल्की चोट थी. इलाज के बाद उन्हें भेज दिया गया है. एसडीपीओ जयप्रकाश सिंह ने कहा कि महिला पुलिस पदाधिकारी के साथ मारपीट, पुलिस टीम के साथ दुर्व्यवहार व सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने के मामले में एक महिला, उसकी एक बेटी और एक बेटा को गिरफ्तार किया गया है. महिला एसआई मुन्नी देवी के आवेदन पर एफआईआर दर्ज कर तीनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.