रांचीः झारखंड की राजधानी रांची से पाकिस्तान जा रहे चार पाकिस्तानियों को एग्जिट वीजा और पुलिस रिपोर्ट नहीं होने की वजह से वाघा बॉर्डर पर ही रोक दिया गया. लेकिन मामले में डीआईजी सह रांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा के द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई की वजह से चारों के पाकिस्तान जाने का रास्ता साफ हो सका.
क्या है पूरा मामला
रांची में रह रहे बच्चे समेत चार पाकिस्तानियों को दो दिन पहले बिना एग्जिट वीजा के वाघा बॉर्डर भेज दिया गया था, जिसकी वजह उन्हें बॉर्डर पर रोक दिया गया. 24 घंटे तक चारों नागरिक बॉर्डर पर जमे हुए थे. डीआईजी सह एसएसपी रांची चंदन कुमार सिन्हा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए चारों को विदेश शाखा के माध्यम से मंगलवार की दोपहर व्हाट्सएप के माध्यम से एग्जिट वीजा भेजा जिसके बाद सभी पाकिस्तान जा पाए.
शिकायत मिलने के बाद एक घंटे में भेजा गया वीजा
जानकारी के अनुसार जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने देश में रह रहे सभी पाकिस्तानियों को वापस भेजने का आदेश दिया था. इस आदेश के आलोक में रांची पुलिस ने पाकिस्तानियों का पता लगाया तो पता चला कि डोरंडा में तीन बच्चे और हिंदपीढ़ी का एक व्यक्ति टूरिस्ट वीजा पर भारत में रह रहा है. जिसके बाद डोरंडा और हिंदपीढ़ी पुलिस ने चारों को अविलंब देश छोड़ने का आदेश दिया.
पुलिस की टीम ने चारों को ट्रेन के माध्यम से दिल्ली भेजा, जहां से चारों सोमवार को वाघा बॉर्डर पहुंच गए. मगर वाघा बॉर्डर में उन्हें रोक दिया गया. कहा गया कि जब तक वे एग्जिट वीजा नहीं देते हैं तब तक उन्हें पाकिस्तान नहीं भेजा जा सकता है. चारों के परिजनों ने इसकी जानकारी डोरंडा और हिंदपीढ़ी थानेदार को दी. मगर दोनों ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया.
इसी बीच मंगलवार को एक परिजन ने एसएसपी से मिलकर मामले की शिकायत की. मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने तुरंत विदेश शाखा के कर्मियों को बुलाया और मौजूद पुलिसकर्मियों से भी जानकारी ली. विदेश शाखा के कर्मियों ने एसएसपी को बताया कि अब तक एग्जिट वीजा के लिए दोनों थानेदारों ने चारों व्यक्तियों पर आपराधिक मामले दर्ज होने की कोई जानकारी नहीं दी है.
एसएसपी के निर्देश के बाद दोनों थानेदारों ने आधा घंटे के भीतर चारों की पूरी जानकारी विदेश शाखा को उपलब्ध करायी. दिन के साढ़े तीन बजे विदेश शाखा ने व्हाट्सएप के माध्यम से चारों पाकिस्तानियों को एग्जिट वीजा उपलब्ध कराया.
डीआईजी सह एसएसपी रांची चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि मामला प्रकाश में आने के बाद पाक नागरिकों के संबंध में पुलिस रिपोर्ट भेज दी गई. जिसके बाद उनका एग्जिट वीजा बन गया.