Friday, April 25, 2025

बिहार में कैदियों को बनाया जाएगा टेक्निकली स्मार्ट, लगा 10 कंप्यूटर सिस्टम, जानिए क्या करेंगे

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जेल प्रशासन ने दो इंजीनियर बंदी को ही दो कंप्यूटर टीचर के रूप में हायर किया है. जेल के अंदर सबसे अधिक महिला बंदियों में कंप्यूटर सीखने का ज्यादा क्रेज है. अब तक 100 महिला बंदी कंप्यूटर पर टाइप करके अपना नाम लिखना सीख चुकी है. जेल प्रशासन की मानें तो बंदियों में अब कंप्यूटर एजुकेशन का ज्यादा क्रेज बढ़ रहा है. पहले नामांकन के लिए बंदी नहीं मिलता था. अब कंप्यूटर क्लास के लिए बंदी ज्यादा से ज्यादा नामांकन करा रहे हैं.

 बिहार के मुजफ्फरपुर जिला के शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में आवासित पुरुष और महिला शिक्षित बंदियों को टेक्निकली रूप से स्मार्ट बनाया जाएगा. मुख्यालय ने सेंट्रल जेल में 10 नया कंप्यूटर सिस्टम बंदियों के प्रशिक्षण के लिए लगाया है. जेल के स्कूल में अब 15 कंप्यूटर सिस्टम हो गया. दो साल पहले तत्कालीन डीएम प्रणव कुमार ने जेल के अंदर पांच कंप्यूटर सिस्टम लगाया था. जेल में 15 कंप्यूटर सिस्टम लगने के बाद आने वाले एक साल में 500 से अधिक पुरुष व महिला बंदियों को कंप्यूटर का बेसिक प्रशिक्षण दिया जाएगा

बंदियों को समय- समय पर दी जाती है वोकेशनल का प्रशिक्षण

जेल प्रशासन अलग- अलग स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से बंदियों के लिए वोकेशनल का प्रशिक्षण आयोजित करवाती रहती है. इसके माध्यम से बंदियों को इलेक्ट्रिशियन, पलंबर, मैकेनिकल, बैंग निर्माण की ट्रेनिंग दी जाती है. इसके अलावा भेड़, बकरी व गौ पालन का भी प्रशिक्षण दिया जा चुका है. महिला बंदियों के लिए ब्यूटीशियन, सुजनी कढ़ाई, सिलाई, मेहंदी लगाने समेत कई प्रशिक्षण दिया जा चुका है.

टेबल टेनिस व बॉलीवॉल का 40 बंदी ले रहे प्रशिक्षण

बंदियों के लिए जेल के अंदर टेबल टेनिस व बॉलीवॉल का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है. एक संस्था के द्वारा बंदियों के प्रशिक्षण को लेकर ड्रेस, बूट, खेल के सामान दिया गया था. यह प्रशिक्षण 60 दिनों तक चलेगा.

क्या बोले जेल सुपरिटेंडेंट

जेल सुपरिटेंडेंट ब्रिजेश सिंह मेहता ने कहा कि सेंट्रल जेल के बंदियों को टेक्निकल रूप से स्मार्ट बनाने के लिए जेल के अंदर 10 नया कंप्यूटर सिस्टम लगाया गया है. एक साल में 500 से अधिक पुरुष व महिला बंदियों को कंप्यूटर बेसिक का दिया जाएगा प्रशिक्षण.

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