जमशेदपुर में टाटानगर लैंड डिपार्टमेंट ने कीताडीह गडिवानपट्टी और खासमहल जगर्नाथ मंदिर के पीछे रेलवे की जमीन पर बने लगभग 20 अवैध घरों को बुलडोजर से गिरा दिया। रेलवे ने पहले ही निवासियों को 15 दिन का नोटिस दिया था। टाटानगर स्टेशन के री-डेवलपमेंट के चलते यह अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान कोई विरोध नहीं हुआ।
टाटानगर लैंड डिमार्टमेंट ने अभियान चलाकर कीताडीह गडिवानपट्टी के निकट रेलवे की जमीन पर बने 18 एवं खासमहल जगर्नाथ मंदिर के पीछे 2 अवैध निर्माण को जेसीबी के माध्यम से जमींदोज कर दिया।
रेलवे की जमीन पर अवैध रूप से बसे लोगों को 15 दिन पूर्व ही घर खाली करने का नोटिस दे दिया गया था। जिस स्थान को अतिक्रमण मुक्त कराया गया वहां वर्षों से लोग घर बनाकर रह रहे थे।
एइएन के नेतृत्व में चले इस अभियान में आरपीएफ व जिला पुलिस के जवान मौजूद थे। अभियान के दौरान किसी की ओर से विरोध दर्ज नहीं किया गया।
मालूम हो कि टाटानगर स्टेशन के री डेवलपमेंट का कार्य आरंभ होना है। इसको लेकर रेलवे अपनी जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने का अभियान चला रही है। जमीनों को चिन्हित करने का कार्य पूरा कर लिया गया है।
12 प्रतिशत सेफ गार्ड ड्यूटी लगाने के फैसले का स्वागत
उधर, टाटा वर्कर्स यूनियन ने केंद्र सरकार से 365 दिनों के लिए आयात पर सेफ गार्ड ड्यूटी लागू करने का आग्रह किया है ताकि घरेलू इस्पात उद्योग तथा इससे जुड़े इकाइयों को भी फायदा होगा।
हालांकि, यूनियन ने केंद्र सरकार द्वारा घरेलू उत्पादों को आयात में वृद्धि से बचाने के लिए हॉट रोल्ड क्वायल शीट, प्लेट सहित पांच उत्पादों पर 12 प्रतिशत सेफ गार्ड ड्यूटी लगाने के फैसले का स्वागत किया है तथा सरकार को बधाई दी है।
यह फैसला 21 अप्रैल से 200 दिनों के लिए लागू किया गया है। इस मुद्दे को लेकर मंगलवार को यूनियन पदाधिकारियों की बैठक हुई।
बैठक में अध्यक्ष संजीव चोधरी ने कहा कि इसके लिए यूनियन ने पहल किया था। पीएमओ को ज्ञापन भी सोंपा था। इंटक अध्यक्ष को भी ज्ञापन सौंपकर मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया था।
बैठक में अध्यक्ष के अलावा महासचिव सतीश सिंह, डिप्टी प्रेसिडेंट शैलेश सिंह, कोषाध्यक्ष आमोद दुबे, उपाध्यक्ष संजय सिंह, शाहनवाज आलम, राजीव चोधरी, राजीव चोधरी, सहायक सचिव अजय चोधरी,श्याम बाबू व नितेश राज उपस्थित थे।
