लातेहार: जिले के सदर प्रखंड कार्यालय के बगल में बीच सड़क पर परसही पंचायत की मुखिया अनीता देवी ने पंचायत सचिव सर्वेश कुमार सिंह से उलझ गई. पंचायत सचिव का आरोप है कि मुखिया ने इस दौरान पंचायत सचिव पर चप्पल से भी वार किया है. हालांकि स्थानीय लोगों के द्वारा किसी तरह बीच बचाव कर मामले को शांत किया गया. पूरी घटना का एक वीडियो सामने आमने के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी ने मुखिया और पंचायत सचिव से स्पष्टीकरण पूछा है.
मुखिया का आरोप है कि पंचायत सचिव पंचायत में नहीं आते हैं. जिससे काम प्रभावित होता है. वहीं पंचायत सचिव का कहना है कि मुखिया के द्वारा नियम के विरुद्ध काम करने का दबाव बनाया जाता है. नियम के विरुद्ध काम नहीं करने के कारण ही मुखिया ने उनके साथ सार्वजनिक स्थल पर मारपीट और दुर्व्यवहार किया है.
दरअसल, मंगलवार को सदर प्रखंड के परसही पंचायत के मुखिया और पंचायत सेवक के विवाद का एक वीडियो सामने आया. इस वीडियो में मुखिया और पंचायत सचिव के बीच हॉट टॉक हो रहा था. अचानक मुखिया किसी बात से नाराज होकर पंचायत सचिव को पीटने के लिए दौड़ती है. हालांकि वहां उपस्थित एक महिला ने मुखिया को रोक लिया. इसके बाद भी दोनों के बीच हॉट टॉक होता रहा. वीडियो में मुखिया के द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि पंचायत सचिव ने किसी से जेवर ले लिया है. जबकि पंचायत सचिव जेवर लेने की बात से पूरी तरह इनकार करते नजर आ रहे हैं. बाद में कुछ लोग पंचायत सचिव को वहां से दूर ले जाते हैं.
पंचायत सचिव ने कहा- मुखिया दबाव में कराना चाहती है कार्य
इस संबंध में पंचायत सचिव सर्वेश कुमार सिंह ने कहा कि मुखिया के द्वारा प्रधानमंत्री आवास और अबुआ आवास योजना में मनमानी तरीके से लाभ का चयन करने और उन्हें भुगतान करने का दबाव बनाती है. पंचायत सेवक का आरोप है कि मुखिया स्पष्ट रूप से कहती हैं कि जिन लोगों ने उन्हें वोट दिया है या उनके वोटर हैं, सिर्फ उन्हें ही आवास योजना का लाभ देना है. मुखिया के द्वारा संपन्न लोगों को भी आवास योजना का लाभ देने के लिए दबाव बनाया जाता है. इसके अलावा फर्जी ग्राम सभा और फर्जी एमबी के माध्यम से योजनाओं का भुगतान भी करने के लिए दबाव बनाया जाता है.
पंचायत में नहीं आते पंचायत सेवक
इधर इस संबंध में पूछने पर मुखिया अनीता देवी ने कहा कि पंचायत सेवक कभी भी पंचायत में आकर काम नहीं करना चाहते हैं. इसी कारण ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि आवास योजना के लाभुकों का जियो टैग भी नहीं हो पा रहा है. हालांकि मुखिया ने मारपीट की घटना से इनकार किया है और कहा कि सिर्फ मामूली विवाद हुआ है. उन्होंने पंचायत सेवक पर दबाव बनाकर कार्य करने के आरोप से भी इनकार किया.