ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 23 अप्रैल 2025 को दोपहर 12 बजकर 40 मिनट पर सूर्य और चंद्रमा का अशुभ वैधृति योग बनेगा.
23 अप्रैल 2025, बुधवार को दोपहर 12:40 बजे सूर्य और चंद्रमा के अशुभ वैधृति योग के कारण कुछ राशियों को सावधान रहने की आवश्यकता है. यह योग मन और कार्यों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है.
ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्रा के अनुसार, इस अशुभ योग के कारण कुछ राशियों के लिए चुनौतियां बढ़ सकती हैं. वैधृति योग को अशुभ माना जाता है क्योंकि यह व्यक्ति की मानसिक स्थिति और कार्य क्षमता को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है. सूर्य (आत्मा, नेतृत्व, आत्मविश्वास का प्रतीक) और चंद्रमा (मन, भावनाओं का प्रतीक) के इस योग में आने से निर्णय लेने की क्षमता कमजोर हो सकती है और मन अशांत रह सकता है.
23 अप्रैल 2025 को बनने वाले इस योग से विशेष रूप से तीन राशियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की आशंका है. इन राशियों के जातकों को मानसिक अशांति, कार्यों में बाधा और पारिवारिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है. आइए जानते हैं कि किन 3 राशियों को संभलकर रहने की आवश्यकता है:
मिथुन राशि: इस राशि के जातकों को मानसिक तनाव और उलझनें घेर सकती हैं. मन विचलित रहेगा और महत्वपूर्ण कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होगी. छोटी-छोटी बातों पर अधिक सोचने से भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती है. कोई भी बड़ा फैसला लेने से बचें और अनुभवी व्यक्ति से सलाह लें. भावनाओं में बहकर निवेश या नौकरी से जुड़ा कोई भी कदम न उठाएं. शांत रहें और धैर्य से काम लें.
कन्या राशि: कार्यस्थल पर चुनौतियां आ सकती हैं. मेहनत के बावजूद मनचाहा परिणाम न मिलने से आत्मविश्वास कम हो सकता है. सहकर्मियों या बॉस के साथ अनबन की संभावना है, जिससे कार्यों में रुकावट आ सकती है. कार्यों को समय पर पूरा करने की कोशिश करें और धैर्य बनाए रखें. बहस या टकराव से बचें, खासकर पेशेवर माहौल में. वाणी पर संयम रखें और विवादों से दूर रहें.
मकर राशि: स्वास्थ्य और पारिवारिक जीवन को लेकर चिंता हो सकती है. शारीरिक थकान या छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं. परिवार में तनाव और गलतफहमियों की स्थिति बन सकती है, जिससे मानसिक शांति भंग हो सकती है. खानपान पर ध्यान दें और परिवार के साथ संवाद बनाए रखें. नकारात्मक विचारों से दूर रहें और परिवार के सदस्यों के साथ समय बिताएं. सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखें.