आज का दिन तीर्थयात्रा और आध्यात्मिक प्रगति के कार्यों के लिए अच्छा है. नागों के देवता आज की तिथि के देवता हैं.
आज 18 अप्रैल, 2025 शुक्रवार, के दिन वैशाख महीने की कृष्ण पक्ष पंचमी तिथि है. नागों के देवता का इस तिथि पर शासन है. आध्यात्मिक प्रगति के लिए कार्य करने और तीर्थयात्रा के लिए इस तिथि को अच्छा माना जाता है.
18 अप्रैल का पंचांग
- विक्रम संवत : 2081
- मास : वैशाख
- पक्ष : कृष्ण पक्ष पंचमी
- दिन : शुक्रवार
- तिथि : कृष्ण पक्ष पंचमी
- योग : परिध
- नक्षत्र : ज्येष्ठा
- करण : तैतिल
- चंद्र राशि : वृश्चिक
- सूर्य राशि : मेष
- सूर्योदय : सुबह 06:17 बजे
- सूर्यास्त : शाम 07:01 बजे
- चंद्रोदय : रात 11.52 बजे
- चंद्रास्त : सुबह 9.01 बजे
- राहुकाल : 11:03 से 12:39
- यमगंड : 15:50 से 17:25
आध्यात्मिक प्रगति के कार्यों के लिए अच्छी है तिथि
इस नक्षत्र में शुभ कार्य है वर्जित
आज के दिन चंद्रमा वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में रहेंगे. यह नक्षत्र वृश्चिक राशि में ही 16:40 से 30:00 डिग्री तक फैला हुआ है. इसके शासक ग्रह बुध और देवता इंद्र हैं. इसे शुभ नक्षत्र नहीं माना जाता है, लेकिन युद्ध संबंधी कार्यों की योजना बनाने, तांत्रिक कार्य करने के साथ किसी विवाद या तर्क की तैयारी के लिए यह नक्षत्र अच्छा है. हालांकि इस नक्षत्र में शुभ काम वर्जित है.
आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 11:03 से 12:39 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.