राजस्थान में साइबर अपराधियों ने पीड़ित को तीन महीने तक डिजिटल अरेस्ट कर 7.67 करोड़ वसूले थे. मामले में सीबीआई को बड़ी सफलता मिली.
नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने ‘डिजिटल अरेस्ट’ से संबंधित मामले में कथित रूप से शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है. जांच एजेंसी के प्रवक्ता ने मंगलवार को यह जानकारी दी. सीबीआई प्रवक्ता के अनुसार, “ऑपरेशन चक्र-V” के तहत 12 स्थानों पर व्यापक तलाशी अभियान के बाद मुंबई और मुरादाबाद से दो-दो लोगों को गिरफ्तार किया.
क्या है मामलाः सीबीआई ने राजस्थान सरकार के अनुरोध पर 'डिजिटल अरेस्ट' मामले की जांच शुरू की. साइबर पुलिस स्टेशन झुंझुनू में यह केस दर्ज था. पीड़ित को विभिन्न कानून प्रवर्तन एजेंसियों के फर्जी अधिकारी के रूप में साइबर अपराधियों ने तीन महीने से अधिक समय तक डिजिटल रूप से हिरासत में रखा था. इस अवधि के दौरान पीड़ित से 42 बार वसूली की गई. यह राशि 7.67 करोड़ रुपये थी.
सीबीआई ने जांच शुरू कीः मामला अपने हाथ में लेने के बाद, सीबीआई ने व्यापक डेटा विश्लेषण किया. अपराधियों की पहचान के लिए उन्नत जांच तकनीकों का इस्तेमाल किया. जांच के दौरान प्राप्त सुरागों के आधार पर, सीबीआई ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद और संभल, मुंबई, जयपुर और पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर में 12 स्थानों पर व्यापक तलाशी ली. जिसके परिणामस्वरूप इस अत्यधिक संगठित अपराध सिंडिकेट में शामिल चार व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई.
क्या-क्या बरामद हुआः सीबीआई ने कहा कि इन तलाशियों के दौरान बैंक खाते का विवरण, डेबिट कार्ड, चेक बुक, जमा पर्चियां और डिजिटल उपकरण/साक्ष्य सहित महत्वपूर्ण सामग्री बरामद की गई. सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्तियों को सक्षम न्यायालय के समक्ष पेश किया गया. उन्हें पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. आगे की जांच जारी है.