खूंटी: झामुमो जिलाध्यक्ष जुबेर अहमद को हटाने की मांग को लेकर अब पार्टी के कार्यकर्ता और नेता मुखर हो गए हैं. इसे लेकर पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने खूंटी में बुधवार को प्रेस वार्ता कर अपनी बातें रखी. नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कहा कि खूंटी के झामुमो जिलाध्यक्ष को हटाने की लगातार केंद्रीय नेतृत्व से मांग की जा रही है, लेकिन अब तक केंद्रीय नेतृत्व ने मामले को लटका कर रखा है.
प्रेस वार्ता में झामुमो के जिला उपाध्यक्ष मगन मंजीत तिडू समेत उपस्थित अन्य कार्यकर्ताओं ने कहा कि चुनाव के समय भी केंद्रीय नेतृत्व को झामुमो जिलाध्यक्ष को बदलने की मांग की गई थी, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने अब तक इस मसले का हल नहीं निकाला. उन्होंने कहा कि इससे संगठन कमजोर हो रहा है और क्षेत्र के कार्यकर्ताओं में असंतोष बढ़ता जा रहा है. जिला उपाध्यक्ष मंजीत ने कहा कि वर्तमान जिलाध्यक्ष जुबेर अहमद की कार्यशैली से खूंटी झामुमो संगठन नाराज है और लगातार इस मसले का समाधान निकालने के लिए प्रयासरत है.
शीर्ष नेतृत्व भी खूंटी के पार्टी स्तरीय क्रियाकलापों से अवगत है. बावजूद अब तक जिलाध्यक्ष को पद पर बनाए रखना जिला प्रखंड और पंचायत स्तरीय संगठन की आवाज को दबाने के बराबर है. उन्होंने कहा कि इससे पार्टी संगठन कमजोर होगा. केंद्रीय नेतृत्व पार्टी संगठन के हित को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द जिलाध्यक्ष के मसले का समाधान निकाले. जिलाध्यक्ष की मनमानी से कार्यकर्ताओं में आक्रोश बढ़ता जा रहा है.
सभी प्रखंडों के अध्यक्ष और कार्यकर्ताओ गोलबंद
उपाध्यक्ष मदन मंजीत तिडू की अध्यक्षता में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिले के लगभग सभी प्रखंडों के प्रखंड अध्यक्ष एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे. जिसमें मुख्य रूप से पूर्व केंद्रीय सदस्य डॉ. हेमंत तोपनो, प्रखंड सचिव महेंद्र सिंह मुंडा, प्रकाश मुंडा, खूंटी प्रखंड अध्यक्ष नंदराम मुंडा, अड़की अध्यक्ष चंद्र सहाय सोले, कर्रा अध्यक्ष संदीप हेरेंज, मुरहू अध्यक्ष सालन बोदरा, विजय सांगा, जॉनसन होरो, गंदुर मुंडा समेत जिले के सभी प्रखंडों से कार्यकर्ता मौजूद थे.
उपाध्यक्ष मगन मंजीत ने प्रेस वार्ता कर बताया कि केंद्रीय समिति को पूर्व से अवगत करा दिया गया था कि जुबेर को हटाकर किसी को भी जिलाध्यक्ष बना दें. उन्होंने कहा कि केंद्रीय कमेटी ने बगैर कोई रायशुमारी किए जुबेर को जिलाध्यक्ष बना दिया. चुनाव से पूर्व से जिलाध्यक्ष बदलने की मांग की जा रही थी. इस पर गांडेय विधायक ने कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया गया था कि 15 दिनों के भीतर उसे हटा दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जिसके कारण आज सभी गोलबंद होकर जिलाध्यक्ष को हटाने की रणनीति बना रहे हैं.
वहीं झामुमो के केंद्रीय सदस्य डॉ. हेमंत तोपनो ने भी जुबेर की कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि वर्ष 2007 से लगातार संगठन उसे जिलाध्यक्ष बना रहा है. जिलाध्यक्ष जुबेर अहमद संगठन के लोगों से दूरी बनाकर रहते हैं और उनका कार्यकर्ताओं से किसी तरह का कोई तालमेल नहीं है. कई अन्य कारणों के कारण जिलास्तरीय झामुमो ने फैसला लिया है कि जिलाध्यक्ष के पद से जुबेर को हटा कर किसी अन्य को जिम्मेदारी दी जाए. उन्होंने कहा कि संगठन अगर जिलाध्यक्ष को पार्टी से नहीं हटाती है तो आने वाले दिनों में बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
झामुमो जिलाध्यक्ष जुबेर अहमद से फोन पर बातचीत की तो उन्होंने कहा कि उनके विरुद्ध प्रेस कॉन्फ्रेंस की उन्हें कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने बताया कि फिलहाल वे रनिया में हैं और पार्टी के महाधिवेशन की तैयारी में जुटे हैं. उन्होंने कहा कि वे इस मामले पर ज्यादा बातचीत नहीं कर सकते हैं.
