Saturday, April 19, 2025

सुरक्षा एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर के घने वन क्षेत्रों में शुरू किया आतंकवाद विरोधी अभियान

Share

सुरक्षा एजेंसियों ने जम्मू और कश्मीर के घने जंगलों में आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया है.

नई दिल्ली: जम्मू एवं कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियों ने क्षेत्र के घने वन क्षेत्रों में बड़े आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया है. इसी कड़ी में पिछले कुछ दिनों में सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों के ठिकानों का भंडाफोड़ करने के अलावा कुछ आतंकवादियों को भी गिरफ्तार किया है.

मंगलवार को ईटीवी भारत को जानकारी देते हुए सुरक्षा प्रतिष्ठान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 12 मार्च को बांदीपोरा जिले के गुंडबल जंगल से सीआरपीएफ, जेकेपी और 13 आरआर की एक टीम ने दो आतंकवादी सहयोगियों को पकड़ा था.

अधिकारी ने बताया, “सुरक्षा एजेंसियों ने दो चीनी ग्रेनेड, एक एके 47 मैगजीन, 18 एके राउंड, मैगजीन के साथ एक पिस्तौल और आठ राउंड बरामद किए हैं.”

इसी तरह 26 मार्च को सुरक्षा एजेंसियों ने बारामूला जिले के नामलान जंगल में एक आतंकी ठिकाने का भंडाफोड़ किया. अधिकारी ने बताया, “जंगल क्षेत्र से आईईडी और ग्रेनेड बरामद किए गए हैं.” सीआरपीएफ द्वारा मार्च माह के दौरान चलाए गए अभियानों की उपलब्धियों का ब्यौरा देते हुए अधिकारी ने बताया कि 17 मार्च को कुपवाड़ा जिले में एक विदेशी आतंकवादी को मार गिराया गया.

मारे गए आतंकवादी के पास से एक एके 46 राइफल, चार एके मैगजीन, आठ एके राउंड, एक कलाई घड़ी और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई है.

इसी तरह 12 मार्च को सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम ने बांदीपोरा इलाके से दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था. उल्लेखनीय है कि गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को संपन्न हुए जम्मू-कश्मीर के अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान क्षेत्र के विकास और सुरक्षा पहलुओं पर विस्तृत समीक्षा बैठक की थी.

गृह मंत्री अमित शाह ने की समीक्षा

एक अधिकारी ने बताया, “केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में विकास परियोजनाओं पर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, केंद्रीय गृह सचिव और केंद्र तथा जम्मू-कश्मीर सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए.”

अधिकारी ने बताया कि समीक्षा बैठक के दौरान बिजली, कनेक्टिविटी, उद्योग, पर्यटन, कृषि आदि क्षेत्रों में केंद्र शासित प्रदेश की उपलब्धियों को केंद्रीय गृह मंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया गया.

गृह मंत्री ने सभी संबंधित अधिकारियों को जम्मू-कश्मीर में विकास की गति को और तेज करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए ताकि केंद्र शासित प्रदेश की पूरी क्षमता का उपयोग किया जा सके.

बैठक के दौरान शाह ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार जम्मू-कश्मीर में विकास के नए आयाम स्थापित करने और स्थानीय लोगों की समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. जन कल्याण के हर पहलू में सर्व समावेशी विकास, सकारात्मक सुधारों के माध्यम से जम्मू-कश्मीर को बदलने की मोदी सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है.” सुरक्षा मुद्दों पर ढाई घंटे तक चली एक अन्य बैठक में शाह ने जम्मू-कश्मीर के समग्र सुरक्षा परिदृश्य पर चर्चा की.

गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव, निदेशक (आईबी), सेनाध्यक्ष, जीओसी-इन-सी (उत्तरी कमान), जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव और डीजीपी, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) के प्रमुख और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए.

हालांकि जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सुरक्षा बैठक का हिस्सा नहीं थे. इस अवसर पर शाह ने कहा, ‘‘भारत सरकार जम्मू-कश्मीर में स्थायी शांति स्थापित करने और आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है.’’

बैठक के दौरान शाह ने आतंकवाद से संबंधित घटनाओं, घुसपैठ और आतंकवादी संगठनों में युवाओं की भर्ती में उल्लेखनीय कमी लाने के लिए सुरक्षा एजेंसियों के प्रयासों की सराहना की.

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को दोहराया. शाह ने कहा कि मोदी सरकार के सतत और समन्वित प्रयासों के कारण जम्मू-कश्मीर में हमारे देश के विरोधी तत्वों द्वारा पोषित पूरे आतंकी इको-सिस्टम को पंगु बना दिया गया है.

शाह ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को समाप्त करने के लिए समन्वित दृष्टिकोण के साथ प्रयास जारी रखने का निर्देश दिया. उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि क्षेत्र वर्चस्व योजना और शून्य आतंकवाद योजना का कार्यान्वयन मिशन मोड में सुनिश्चित किया जाना चाहिए.

गृह मंत्री ने कहा कि सभी एजेंसियों को समन्वित तरीके से काम करना जारी रखना चाहिए ताकि केंद्र शासित प्रदेश में अनुच्छेद 370 के हटने के बाद जो लाभ हुआ है उसे कायम रखा जा सके और ‘आतंकवाद मुक्त जम्मू-कश्मीर’ का लक्ष्य जल्द से जल्द हासिल किया जा सके.

शाह ने कहा, ‘‘मोदी सरकार इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध करा रही है.’’ केंद्रीय गृह मंत्री ने इस वर्ष 3 जुलाई से 9 अगस्त तक होने वाली अमरनाथजी यात्रा की तैयारियों की भी समीक्षा की और संबंधित एजेंसियों को पवित्र यात्रा को शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित करने के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए.

Security forces during a cordon and search operation in the Saniyal area of Hiranagar in Kathua on March 25, 2025

Read more

Local News