हजारीबाग में दबंगों ने 50 से ज्यादा लोगों को बैरिकेडिंग कर घरों में घुसने से रोक दिया और उनके साथ मारपीट भी की.
हजारीबाग: जिले के इचाक प्रखंड के सिजुआ गांव में दबंगों का कहर देखने को मिला है. हालात ये हैं कि एससी वर्ग के एक समाज के लोगों को उनके घरों में घुसने से रोक दिया गया है. घर में घुसने की कोशिश करने वालों के साथ मारपीट भी की गई है. डर के कारण समाज के 50 से ज्यादा लोग अपने रिश्तेदारों के घर रात गुजारने को मजबूर हैं. समाज के लोगों ने एससी एसटी थाने में आवेदन भी दिया है.
हजारीबाग से महज 20 किलोमीटर दूर इचाक प्रखंड के सिजुआ गांव में दबंगों ने इस कदर दबंगई दिखाई है कि पूरे गांव के लोग डरे हुए हैं. डर के कारण एक विशेष समाज के लोग अपने घर भी छोड़ कर चले गए हैं. जिसके कारण वे पिछले 4 दिनों से अपने रिश्तेदारों के यहां या सड़क किनारे रात गुजारने को मजबूर हैं.
क्या है मामला
आवेदन के माध्यम से बताया गया है कि 14 मार्च की शाम 7:00 बजे सुभाष मेहता, महेंद्र मेहता, चेतो मेहता, नितेश मेहता, शंकर मेहता, अरविंद मेहता, कृष्णा मेहता, मनीष मेहता मोटरसाइकिल चलाते हुए तेज गति से विशेष समाज के लोगों के घर के पास से गुजर रहे थे. जब इसका विरोध किया गया तो उन लोगों ने मारपीट की और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग भी किया.
घर के सामने की बैरिकेडिंग
इतना ही नहीं उन्होंने उनके घर के सामने बांस से बैरिकेडिंग कर दी ताकि कोई अंदर न जा सके. जब कुछ लोगों ने इसका विरोध किया तो उनके साथ मारपीट की गई. स्थिति यह है कि डर के कारण समाज के लोग 14 तारीख की रात से ही अपने घर में नहीं हैं. उन्होंने इस संबंध में एससी एसटी थाने में आवेदन भी दिया है.
इससे पहले भी इस तरह की दबंगई की खबरें आती रही हैं. चार दिनों से समाज के लोग अपने घर में नहीं हैं, इसको लेकर अखिल भारतीय भूईयां समाज कल्याण समिति के जिला अध्यक्ष महेंद्र राम बिहारी ने प्रशासन से इस पर कार्रवाई करने की अपील की है.
कार्रवाई का आश्वासन
इस पूरी घटना को लेकर एससी एसटी थाना प्रभारी दिनेश कुमार मरांडी ने बताया कि समाज के लोगों द्वारा आवेदन दिया गया है. जिसमें बताया गया कि उनके साथ मारपीट की गई है और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया गया है. उनके घर को बांस-बल्ली से घेर दिया गया है. वे अपने घर नहीं जा पा रहे हैं. उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले में जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी. वैसे भी मामला काफी गंभीर है.