धनबाद के 9 प्लस टू स्कूलों में एक भी शिक्षक नहीं है. जबकि इन सभी को 2022 में ही सरकार से मान्यता मिल चुका है. जबकि हजारों विद्यार्थियों ने यहां नामांकन भी कराया है.
धनबाद जिले के सात प्लस टू विद्यालय में पछले तीन साल और दो प्लस विद्यालय में पिछले साल से एक भी शिक्षक नहीं है. सरकार प्लस टू का दर्जा देकर शिक्षक देना भूल गयी. विद्यार्थी वर्ष 2024 से 12वीं की परीक्षा में सम्मिलित होकर पास भी होते जा रहे हैं. जानकारी के अनुसार धनबाद में जिले के उत्क्रमित विद्यालय परसबिनया, प्रोजक्ट उच्च विद्यालय मिनयाडीह, शिवाजी उच्च विद्यालय बेनागिड़या, एसएस उच्च विद्यालय बाघमारा, जीएनएम प्लस टू कतरासगढ़, श्री शंकर दयाल उच्च विद्यालय रोआम और एचइ स्कूल धनबाद को वर्ष 2022 में प्लस टू का दर्जा प्राप्त हुआ
कितने विद्यार्थियों ने लिया है दाखिला
विद्यार्थियों ने नामांकन भी करवाया था. लेकिन अब तक विद्यालय को एक भी शिक्षक नहीं मिला. वर्तमान में उक्त सातों विद्यालय में 11 व में 2188 और12वीं में 1819 विद्यार्थी नामांकित हैं. शिवाजी उच्च विद्यालय बेनागिड़या में सबसे ज्यादा 1032 विद्यार्थी नामांकित है, जबकि विज्ञान, कला और वाणिज्य समेत करीब 1819 विद्यार्थी सम्मिलित हैं.
12वीं की परीक्षा में सबसे अधिक जीएनएम प्लस टू कतरासगढ़ के विद्यार्थी शामिल हुए
जीएनएम प्लस टू कतरासगढ़ से 12वीं की परीक्षा में सबसे अधिक 503 विद्यार्थी सम्मिलत हुए हैं. उत्क्रमित उच्च विद्यालय परसबिनया और श्री शंकर दयाल उच्च विद्यालय रोआम को डिप्युटेशन पर एक‐ एक शिक्षक मिला है. इन विद्यालय में प्लस टू क लिए एक भी शिक्षक नहीं मिलने का मुख्य कारण पद सृजन नहीं होने की बात सामने आ रही है.
कैसे होती है पढ़ाई
उक्त प्लस टू विद्यालय में 11वीं तथा 12वीं के विद्यार्थियों को उच्च विद्यालय के शिक्षक अपने अनुभव के आधार पर पढ़ाते हैं. परीक्षा से छह माह पहले ऑनलाइन क्लास चलायी गयी थी.