पलामू के एक दर्जन से अधिक बीडीओ और सीओ समेत 500 अधिकारियों और कर्मचारियों के वेतन पर डीसी शशिरंजन ने रोक लगा दी है. ये कार्रवाई समय पर दफ्तर में उपस्थित न होने के कारण की गयी है.
पलामू डीसी शशिरंजन ने जिले के 149 चिकित्सक, एक दर्जन से अधिक बीडीओ-सीओ और 500 कर्मचारियों के वेतन पर रोक लगा दी है. संबंधित लोगों पर समय से कार्यालय में उपस्थित नहीं होने के मामले में कार्रवाई की गयी है. स्वास्थ्य विभाग, पशुपालन विभाग, जिले के अधिकारी, बीडीओ और सीओ, इंजीनियरिंग विभाग सहित कई विभाग के अधिकारी व कर्मियों का जनवरी का वेतन रोक दिया गया है.
डीसी शशि रंजन का क्या था आदेश
डीसी शशि रंजन ने आदेश दिया था कि अधिकारी और कर्मचारी समय पर कार्यालय में पहुंचें. कार्यालय में सुबह 10:40 तक और शाम पांच बजे कार्यालय से निकलने के समय भी बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस बनाना अनिवार्य है. बॉयोमेट्रिक उपस्थिति के आधार पर ही वेतन निर्गत किया जायेगा. बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस शीट के साथ ही कोषागार में बिल प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था. इसका अनुपालन करने का निर्देश कोषागार पदाधिकारी को दिया था.
बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस की जांच के बाद उठाया गया बड़ा कदम
बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस के समय का मिलान कर ही भुगतान करना था. बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस की जांच करने के बाद मामले का खुलासा हुआ, जिसके बाद चिकित्सकों, बीडीओ-सीओ, इंजीनियरों और अन्य विभाग के कर्मियों के वेतन पर रोक लगायी गयी. निर्धारित समय के बाद बॉयोमेट्रिक उपस्थिति बनायी गयी है. तो ऐसी स्थिति में उस माह का वेतन डीसी के आदेश के बाद ही निर्गत किया जायेगा.
100 से अधिक डॉक्टरों का रोका गया वेतन
पलामू डीसी के आदेश पर पीएचसी, सीएचसी, अनुमंडल स्तर पर कार्य कर रहे 50 डॉक्टर, मेडिकल कॉलेज के 20 डॉक्टर, अधीक्षक कार्यालय के तहत कार्य कर रहे 16 डॉक्टर, 23 सीनियर रेजिडेंट व 40 जूनियर रेजिडेंट का वेतन रोक दिया गया है. जबकि इन सभी कार्यालय में काम कर रहे करीब ढाई सौ एएनएम, जीएनएम, लैब असिस्टेंट, लैब टेक्नीशियन, ड्रेसर फार्मासिस्ट सहित अन्य कर्मचारियों के वेतन पर भी रोक लगा दी गयी है. पशुपालन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी, विभिन्न इंजीनियरिंग विभाग के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता सहित उस विभाग में कार्यरत कर्मचारियों के वेतन रोक दिये गये हैं.