Sunday, April 20, 2025

झारखंड में भाजपा संगठनात्मक चुनाव की तैयारी में जुटी है. इसके जरिए भाजपा पार्टी में जान फूंकने की कोशिश करेगी.

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रांची: लोकसभा और विधानसभा चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद भाजपा सांगठनिक चुनाव के जरिए पार्टी में नई ऊर्जा भरने की तैयारी में है. प्रदेश भाजपा ने फरवरी माह में संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया पूरी करने का लक्ष्य रखा है. इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए पार्टी ने जिला निर्वाचन पदाधिकारी और सह निर्वाचन पदाधिकारी की नियुक्ति कर दी है.

शुरुआती चरण में बूथ अध्यक्ष से लेकर जिला अध्यक्ष तक का चुनाव होगा. आम सहमति के आधार पर चुनाव कराने का प्रयास किया जा रहा है, अगर ऐसा नहीं हुआ तो मतदान के जरिए चुनाव प्रक्रिया पूरी की जाएगी. पार्टी ने मंडल और जिला अध्यक्ष बनने के लिए कई अर्हताएं तय की हैं. इसके तहत दो टर्म तक सक्रिय सदस्य रह चुके लोग ही जिला अध्यक्ष बन सकते हैं, बशर्ते उनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक न हो.

इसी तरह मंडल अध्यक्ष के लिए भी मापदंड तय किए गए हैं. 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोग भाजपा के मंडल अध्यक्ष नहीं बन सकते. सक्रिय सदस्य वही लोग बनते हैं, जिन्होंने 50 सामान्य सदस्य बना लिए हों.

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अविनेश कुमार सिंह कहते हैं कि भाजपा में लोकतांत्रिक व्यवस्था है, जिसके तहत हर तीन साल में संगठनात्मक चुनाव होते हैं. विधानसभा चुनाव के कारण देरी हुई है, लेकिन उम्मीद है कि फरवरी तक यह पूरा हो जाएगा.

जल्द मिलेगा पार्टी को नया प्रदेश अध्यक्ष

संगठनात्मक चुनाव के जरिए भाजपा ने बूथ स्तर से लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक के चुनाव मार्च के पहले सप्ताह तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है. मंडल और जिला अध्यक्ष के चुनाव के बाद प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव पूरा हो जाएगा, हालांकि परंपरा के मुताबिक इस पर अंतिम मुहर केंद्रीय नेतृत्व से लगती है. प्रदेश स्तर पर गठित कोर कमेटी इस पर फैसला लेने के लिए केंद्रीय नेतृत्व को अधिकृत करती है. जानकारी के मुताबिक पार्टी संगठनात्मक चुनाव में युवाओं की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित कर प्रदेश में संगठन को धारदार बनाना चाहती है. इसी उद्देश्य से राजनीतिक सामाजिक समीकरण को ध्यान में रखते हुए पार्टी की कमान तय की जाएगी.

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कई बड़े चेहरों की चर्चा

भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर पार्टी के कई बड़े चेहरों के नामों की चर्चा तेजी से चल रही है. बाबूलाल मरांडी की जगह जिन नेताओं को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा है, उनमें रघुवर दास, रवींद्र राय, अनंत ओझा, सुनील सिंह, समीर उरांव जैसे नाम सबसे आगे हैं. जानकारी के मुताबिक, प्रदेश अध्यक्ष का नाम तय होने से पहले पार्टी विधायक दल के नेता का चयन करेगी. विधायक दल के नेता के ऐलान के साथ ही यह साफ हो जाएगा कि पार्टी का रुख क्या है.

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