नई दिल्ली: दिल्ली चुनाव में नतीजे आ गए हैं. भाजपा खेमे में ऐतिहासिक जीत से सब जश्न मनाने में डूब गए हैं. तो वहीं, आम आदमी पार्टी में शीर्ष नेताओं की हार से सन्नाटा पसरा हुआ है. विधानसभा चुनाव में हॉट सीट बनी नई दिल्ली से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले पुलिस कांस्टेबल पंकज शर्मा भी चुनाव मैदान में डटे हुए थे, आज चुनाव नतीजे आए और वह चुनाव हार गए.
पुलिस कांस्टेबल के चुनाव लड़ने पर निलंबन: दिल्ली पुलिस के इतिहास में पहली बार था कि किसी ऑन ड्यूटी पुलिसकर्मी ने चुनाव लड़ा हो. आज चुनाव हारने के बाद भी पंकज ने बताया कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में उनकी ड्यूटी भी लगी थी और उसके बाद वह छुट्टी पर चले गए. चुनाव लड़ने के संबंध में उन्होंने यह जानकारी विभाग को नहीं दी थी, जिस कारण दिल्ली पुलिस के उपायुक्त वी हरेश्वर स्वामी ने पंकज को निलंबित कर दिया और उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी है.
पुलिस को दी गई सूचना अभी तक है पेंडिंग: बताया गया है कि विभाग ने पंकज के सर्विस नियमों की अवहेलना के आरोप लगाते हुए निलंबित किया है. तो वहीं, पंकज का कहना है कि दिल्ली की बिगड़ती कानून व्यवस्था के तहत उन्होंने व्यवस्था ठीक करने की खातिर चुनाव लड़ने का फैसला लिया था. गणतंत्र दिवस की ड्यूटी के बाद उन्होंने विभाग को लिखित में इसकी सूचना भी दी थी, जो अभी तक पेंडिंग है.
खराब कानून व्यवस्था से थे परेशान: अब चुनाव हारने के बाद वह क्या करेंगे? इस संबंध में पंकज ने बताया कि उन्हें अभी विभाग की तरफ से कोई नोटिस भेजा गया है? क्या कार्रवाई की गई है? इसकी उन्हें जानकारी नहीं है. वह दिल्ली की खराब कानून व्यवस्था को देखकर परेशान थे. पंकज ने बताया कि वह 2003 से दिल्ली पुलिस में भर्ती हुए थे और वह 8 साल तक स्पेशल सेल में भी रहे. परिवार में पत्नी, एक बेटा और एक बेटी है. उन्होंने बताया कि उन सबके सहमति से ही चुनाव लड़ने का फैसला लिया था. वह दिल्ली के लक्ष्मी नगर इलाके में रहते हैं. अब आगे क्या करेंगे इस सवाल पर पंकज ने कहा कि वह जन सेवा से जुड़े रहेंगे.