सरकार ने इस साल की शुरुआत में 8वें वेतन आयोग के गठन की घोषणा की थी. इसके जनवरी 2026 से लागू होने की संभावना है.
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने 8वें वेतन आयोग को मंजूरी दे दी है. 8वें वेतन आयोग के लागू होने से केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को वेतन में बढ़ोतरी होगी. ऐसे में लोगों को आयोग के अध्यक्ष और दो सदस्यों के नामों की घोषणा का इंतजार है. माना जा रहा है कि सरकार अगले महीने 8वें वेतन आयोग के लिए अध्यक्ष और सदस्यों के नाम का ऐलान कर सकती है.
सभी हितधारक अब सदस्यों की नियुक्ति का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. चूंकि समिति के गठन के बाद ही केंद्रीय कर्मचारी का वेतन बढ़ाने वाला फिटमेंट फिक्टर तय होगा. गौरतलब है कि वेतन आयोग केवल सैलरी बढ़ाने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह केंद्र सरकार के कर्मचारियों को दिए जाने वाले भत्ते और अन्य सुविधाओं की भी समीक्षा करता है.
इस बीच चपरासी से लेकर क्लर्क तक और कॉन्सटेबल लेकर अन्य कर्मचारी तक सभी अपनी-अपनी सैलरी का कैलकुलेशन करने में लगे हुए है. इस बार फिटमेंट फैक्टर को 2.86 करने की सिफारिश की गई है. अगर आयोग यह फिटमेंट फैक्टर यूज करता है तो कर्माचारियों की सैलरी में बंपर बढ़ोतरी होने की उम्मीद है.
पीयॉन की कितनी बढ़ेगी सैलरी?
बता दें कि पीयॉन यानी चपरासी, मल्टी टास्किगं स्टाफ और अटेंडेंट लेवल-1 के कर्मचारियों की कैटेगरी में आते हैं. इनकी मिनिमम बेसिक सैलरी 18 हजार रुपये प्रति महीना होती है. वहीं, अगर पे कमीशन सैलरी बढ़ाने के लिए 2.86 फिटमेंट फैक्टर का इस्तेमाल करता है तो पीयॉन की सैलरी बढ़ कर लगभग 51,480 रुपये हो जाएगी.
पेंशनहोल्डर्स को भी मिलेगा फायदा
8वें वेतन आयोग के लागू होने से पेंशनर्स की पेंशन में भी बढ़ोतरी होगी. अगर नया फिटमेंट फैक्टर 2.86 लागू होता है, तो न्यूनतम पेंशन 9,000 रुपये से बढ़कर 25,740 रुपये होने की उम्मीद है.
कब से लागू होगा 8वां वेतन आयोग?
सरकार ने इस साल की शुरुआत में ही 8वें वेतन आयोग के गठन की घोषणा कर दी थी. इसके जनवरी 2026 से लागू होने की संभावना है. इससे पहले, 7वें वेतन आयोग को 2014 में गठित किया गया था और 2016 में लागू किया गया था.