धनबाद-भुवनेश्वर गरीब रथ एक्सप्रेस जो कोरोना काल के बाद स्पेशल ट्रेन के रूप में चल रही है यात्रियों से अधिक किराया वसूल रही है। 748 दिनों में स्लीपर थर्ड एसी और सेकेंड एसी के यात्रियों से 8 करोड़ 87 लाख रुपये से ज़्यादा वसूले गए। स्पेशल टैग के कारण यात्रियों को प्रति टिकट 85 से 370 रुपये ज़्यादा देने पड़ रहे हैं।
धनबाद। कोरोना काल के 28 महीने बाद 23 अगस्त 2022 को दोबारा चली धनबाद-भुवनेश्वर गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेन से गरीब रथ का रैक छिन गया। पुराने नीले रंग के डब्बों के साथ चली ट्रेन में स्पेशल का टैग जुड़ गया। स्पेशल बनते ही सुविधाएं नहीं बढ़ीं पर किराया बढ़ गया। सप्ताह में तीन चलने वाली ट्रेन 10 अप्रैल 2023 से नियमित बन गई।
सोमवार को नियमित बन कर चलने वाली ट्रेन के 748 दिन पूरे हो गये। स्लीपर, थर्ड एसी और सेकेंड एसी के कुल 816 सीटों के साथ चल रही ट्रेन के हर फेरे में यात्रियों से एक लाख 18 हजार 560 रुपये की अतिरिक्त वसूली हो रही है। 748 दिनों में यात्रियों की जेब से आठ करोड़ 86 लाख 82 हजार 880 रुपये की अतिरिक्त वसूली हो चुकी है।
कोरोना काल के बाद स्पेशल बन कर चलने वाली इस क्षेत्र की एकलौती ट्रेन
कोरोना काल के बाद स्पेशल बन कर चलने वाली लगभग सभी ट्रेनें अब नियमित मेल-एक्सप्रेस बन चुकी हैं। पर धनबाद-भुवनेश्वर गरीब रथ अब भी स्पेशल बन कर दौड़ रही है। नियमित एक्सप्रेस ट्रेन के रूप में चलाने की योजनाएं बनती रही हैं। पर अब तक प्रस्ताव पर ग्रीन सिग्नल नहीं मिल सका है।
स्पेशल टैग हटा तो स्लीपर में 85, थर्ड एसी 270 व सेकेंड एसी में 370 रुपये की बचत
स्पेशल टैग के कारण प्रति यात्री स्लीपर में 85, थर्ड एसी 270 व सेकेंड एसी में 370 रुपये अतिरिक्त चुकाने पड़ रहे हैं। स्पेशल का टैग हटा तो सामान्य किराए के साथ चलेगी। इससे हर दिन 816 यात्रियों को एक लाख 18 हजार 560 रुपये की बचत होगी।
धनबाद से भुवनेश्वर तक का किराया
कोच | स्पेशल ट्रेन | नियमित ट्रेन |
---|---|---|
स्लीपर | 525 रुपये | 440 रुपये |
थर्ड एसी | 1425 रुपये | 1155 रुपये |
सेकेंड एसी | 2005 रुपये | 1635 रुपये |
किस श्रेणी में प्रति ट्रिप कितना अतिरिक्त आमदनी?
- स्लीपर के आठ कोच में कुल 576 सीटें। इतनी सीटों का कुल किराया 253440 रुपये, पर रेलवे वसूल रही 302400 रुपये। प्रति ट्रिप 48960 रुपये अधिक
- थर्ड एसी के तीन कोच में कुल 192 सीटें। इतनी सीटों का कुल किराया 221760 रुपये, पर 273600 रुपये की वसूली हो रही। प्रति ट्रिप 51840 रुपये अधिक
- सेकेंड एसी के एक कोच में कुल 48 सीटें। कुल किराया 78480 रुपये जबकि रेलवे प्रति ट्रिप 96240 रुपये किराया वसूल रही है। हर फेरे में 17760 रुपये ज्यादा
महंगे किराए के बाद भी हर दिन लेट
महंगे किराए के बाद भी हर दिन लेट चलने वाली ट्रेन की सूची में शामिल है। खुर्दा रोड मंडल में विकास कार्याें के कारण 14 दिनों तक रद रहने के बाद रविवार से चली भुवनेश्वर-धनबाद स्पेशल सोमवार को विलंब से आई।
दो घंटे 22 मिनट से बोकारो तो एक घंटे 57 मिनट विलंब से धनबाद पहुंची। पहले भी हर दिन घंटों लेट रही है। सोमवार को धनबाद से भुवनेश्वर के लिए चलने वाली ट्रेन शाम चार के बदले एक घंटे विलंब से शाम पांच बजे रवाना हुई।
पूर्व मध्य रेल महाप्रबंधक से मिल कर इस ट्रेन काे नियमित के रूप में चलाने का आग्रह किया गया है। साथ ही हावड़ा-गया वंदे भारत एक्सप्रेस को पटना तक चलाने तथा धनबाद समेत मंडल के अन्य बड़े स्टेशन पर रेल नीर की उपलब्धता की भी मांग की गई है। – पिंटू सिंह, जेडआरयूसीसी सदस्य