श्रावणी मेला आगामी 11 जुलाई से शुरू हो रहा है. ऐसे में सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है. एक दर्जन से अधिक पुलिस ओपी बनाये जायेंगे.
बासुकिनाथ. राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव बासुकिनाथ में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम होगा. श्रावणी मेला आगामी 11 जुलाई से शुरू हो रहा है. बासुकिनाथ मंदिर में सालों भर देश-विदेश से श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है. लेकिन श्रावणी मेला में ही करीब 30 लाख श्रद्धालुओं की भीड़ देश के विभिन्न भागों से पहुंचती है. ऐसे में सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है. मंदिर व मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जरमुंडी एसडीपीओ अमित कच्छप एवं पुलिस निरीक्षक श्यामानंद मंडल ने बताया कि श्रावणी मेला में इस बार 15 डीएसपी, 400 पुलिस पदाधिकारी एवं 3800 सिपाही कुल 4215 पुलिस बलों के जिम्मे सम्पूर्ण श्रावणी मेला क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था होगी. एक दर्जन से अधिक पुलिस ओपी बनाये जायेंगे. जहां वरीय प्रशासनिक अधिकारी की प्रतिनियुक्ति रहेगी. पुलिस निरीक्षक ने बताया कि हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा का वीडियो वायरल होने के बाद बासुकिनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ायी गयी है. ज्ञात हो कि पाकिस्तान की जासूसी और आईएसआई के लिए काम करने के आरोप में हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को गिरफ्तार किया गया है. उसके द्वारा श्रावणी मेला 2023 में बासुकिनाथ मंदिर का वीडियो शूट किया गया था. उसी समय सुल्तानगंज से लेकर बासुकिनाथ मंदिर का वीडियो शूट किया था. वीडियो वायरल होने के बाद, इसको लेकर बासुकिनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गयी है.
मंदिर के प्रवेश द्वार पर डीएफएमडी गेट लगेगा :
बासुकिनाथ मंदिर परिसर की सुरक्षा के लिए सभी मंदिर प्रवेश द्वार पर डीएफएमडी और एचएचएमडी गेट के साथ पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की जाएगी. साथ ही मंदिर के अंदर निकास द्वार पर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम रहेगा. श्रावणी मेला के लिए सीआरपीएफ की कंपनी और इसके अलावा एंटी टेररिस्ट स्क्वॉयड, बम डिस्पोजल टीम, डॉग स्क्वॉयड की सेवा भी ली जाएगी. मंदिर परिसर में किसी तरह के वैध या अन्य सामान ले जाने की अनुमति नहीं होगी.
शिवगंगा में सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ की टीम रहेगी :
शिवगंगा सहित पूरे मेला क्षेत्र में किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीम भी मौजूद रहेगी. इसके अलावा जरमुंडी थाना परिसर में 24×7 इंटीग्रेटेड पुलिस कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे. जहां से पूरे मेला क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी की जाएगी. वहीं मेला क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे. असामाजिक तत्वों की निगरानी के लिए सादे लिबास में पुलिस बल की तैनाती की जाएगी.
500 सीसीटीवी से मंदिर व मेला क्षेत्र पर रहेगी नजर :
श्रावणी मेला में इस बार करीब 500 से अधिक हाई रिज्यूलेशन सीसीटीवी कैमरे से सम्पूर्ण मेला क्षेत्र की गतिविधियों पर नजर रखी जायेगी. मंदिर प्रभारी सह बीडीओ कुंदन भगत ने बताया कि श्रावणी मेला के दौरान 24 घंटे 30 दिनों तक श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सभी चौक-चौराहे पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे. सीसीटीवी के माध्यम से श्रद्धालुओं की सुरक्षा की जाएगी. मंदिर प्रशासनिक भवन में कंट्रोल रूम बनाया जायेगा. जहां सीसीटीवी का कंट्रोल सिस्टम रहेगा. वरीय अधिकारी पूरे मेला क्षेत्र की रूट लाइन पर हाईपावर कैमरे की मदद से अपनी पैनी नजर रख सकेंगे. मंदिर सहित पूरे मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जायेगा. केवल श्रावणी मेला ही नहीं बल्कि भादो मेला काे भी ध्यान में रखकर सुरक्षा की व्यवस्था की जा रही है. अधिकारी ने बताया कि इस बार का श्रावणी मेला पूरी तरह से डिजिटल मोड में आयोजित होगा. साथ ही श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा को लेकर हाइटेक व्यवस्था की जा रही है.