झारखंड में 22 मार्च को भी आंधी और ओलावृष्टि का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. कृषि मंत्री ने किसानो से खास अपील की है.
रांची: 21 मार्च को रांची सहित राज्य के ज्यादातर इलाकों में तेज आंधी, मेघ गर्जन के साथ साथ बारिश हुई. राज्य में सबसे अधिक बारिश पश्चिम सिंहभूम के चाईबासा में 54 मिली मीटर रिकॉर्ड हुआ है. रांची में 23.4MM, जमशेदपुर में 08 mm, बोकारो में 16.6MM, गुमला में 23.5MM, लातेहार में 20MM और खूंटी में 18MM वर्षा रिकॉर्ड किया गया है.
मौसम केंद्र रांची के निदेशक अभिषेक आनंद ने बताया कि इस दौरान गुमला, लोहरदगा और रांची जिले में ओलावृष्टि होने की भी सूचना मिली है. उन्होंने बताया कि 22 और 23 मार्च को भी राज्य में तेज हवा के झोंके चलने, बारिश और कुछ जगहों पर ओलावृष्टि हो सकती है. इसे लेकर ऑपेंज अलर्ट जारी किया गया है. 24 मार्च से मौसम फिर से साफ होने लगेगा.
ओलावृष्टि से फसलों की हुई क्षति को देखते हुए राज्य की कृषि मंत्री ने राज्य के प्रभावित किसानों से जल्द से जल्द अपनी क्षति का आकलन कर प्रखंड स्तरीय कृषि अधिकारी के माध्यम से जानकारी उपलब्ध कराने का आग्रह किया है ताकि उन्हें मुआवजा दिया जा सके.
22 और 23 मार्च को कैसा रहेगा मौसम का मिजाज
22 मार्च- राज्य के दक्षिणी, मध्य और उत्तर पूर्वी भागों में कहीं कहीं गर्जन, 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा के झोंके और वज्रपात की संभावना को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं राज्य के उत्तर पश्चिमी भाग वाले जिलों में मेघ गर्जन, 30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार से हवा के झोंके चलने और वज्रपात का येलो अलर्ट जारी किया है.
23 मार्च को राज्य के दक्षिणी पूर्वी एवं उत्तर पूर्वी भागों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा के झोंके चलने के साथ साथ मेघ गर्जन, बारिश और वज्रपात की संभावना को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. वहीं दक्षिणी पश्चिमी, मध्य एवं उत्तर मध्य भागों में आंधी-बारिश और तेज हवा के झोंके का येलो अलर्ट जारी किया गया है. 24 मार्च से मौसम फिर से साफ होने लगेगा.
तीन दिन के अंदर किसान फोटो के साथ करें BDO-CO के यहां करें आवेदन
बारिश और ओलावृष्टि की वजह से राज्य के किसानों के फसलों के नुकसान की जानकारी मिलने के बाद कृषि मंत्री ने किसानों से खास अपील की है. उन्होंने किसानों से अपील की है कि वह तीन दिन के अंदर फसल नुकसान का फोटो और जरूरी दस्तावेजों के साथ अपने प्रखंड के BDO-CO के यहां आवेदन करें. ताकि उन्हें नुकसान के एवज में आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से मुआवजा मिल सके.
