Tuesday, March 25, 2025

13 लड़की फरार होने के मामले में डीएम का बड़ा एक्शन, तीन निलंबित और दो दलों का हुआ गठन

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संयुक्त जांच दल की रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया कि ड्यूटी पर तैनात प्रभारी केयरटेकर सुनीता देवी और प्रभारी पीओ कुमारी शिवानी जायसवाल ने घोर लापरवाही बरती है. इसी आधार पर दोनों को तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त कर दिया गया.

सिवान जिले के जिरादेई प्रखंड के भैंसाखाल स्थित वृहद आश्रय गृह से 20 मार्च की रात 13 बालिकाओं के फरार होने की घटना पर जिला प्रशासन ने कड़ा संज्ञान लिया है. डीएम मुकुल कुमार गुप्ता ने इस मामले में त्वरित अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए तीन कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है.

दोषियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई

ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड सिपाही को भी निलंबित कर दिया गया. जिला प्रशासन ने लापता बालिकाओं को जल्द से जल्द खोजने के लिए धावा दल और संयुक्त जांच दल का गठन किया है. जिला बाल संरक्षण इकाई ने संबंधित आदेश जारी कर दिया है, और प्रशासन ने बालिकाओं की बरामदगी के प्रयास तेज कर दिए हैं. इस घटना के बाद प्रशासन ने बालिका गृह की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा शुरू कर दी है. जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ने जानकारी दी कि मामले की गहराई से जांच जारी है, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

भाकपा माले विधायक ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग

भाकपा (माले) विधायक अमरजीत कुशवाहा ने कहा कि बालिका गृह से बच्चियों के गायब होने की घटना कई गंभीर सवाल खड़े करती है. क्या वे खुद भागी हैं या भगाई गईं? क्या यह उत्पीड़न, यौन शोषण या किसी बड़ी साजिश का नतीजा है? बालिका गृह की 20 फीट ऊंची दीवार और कंटीले तारों के बावजूद लड़कियां कैसे बाहर निकलीं? इन सवालों को लेकर प्रशासन की भूमिका संदेह के घेरे में है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह घटना बड़े अधिकारियों और प्रभावशाली लोगों की मिलीभगत से हुई है और इसकी उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिए.

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