Monday, March 31, 2025

हाथी हुआ आक्रमक, ग्रामीणों को जंगल जाने पर रोक

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गुमला में घुसा एक हाथी आक्रमक हो गया है. गुमला में तीन व सिमडेगा में दो लोगों को मार चुका है

अभी सिकोई जंगल में है जंगली हाथी, कुरूमगढ़ या आंजन पत्गच्छा की ओर जाने की है संभावना, ग्रामीण रहे सतर्क जिस जंगल में हाथी है, ग्रामीण उस जंगल की ओर नहीं जाये : डीएफओ 29 गुम 13 में वन विभाग ने तैयार किया मैप, हाथी पर नजर 29 गुम 14 में बेलाल अहमद, डीएफओ, गुमला जगरनाथ पासवान, गुमला गुमला में घुसा एक हाथी आक्रमक हो गया है. गुमला में तीन व सिमडेगा में दो लोगों को मार चुका है. जबकि तीन लोगों को घायल किया है. साथ ही काफी मात्रा में फसलों को बर्बाद किया है. हाथी के क्रोध व आक्रमक रूप को देखते हुए वन विभाग गुमला ने अलर्ट जारी कर दिया है. साथ ही हाथी किस लोकेशन की ओर बढ़ रहा है. विभाग उसपर नजर रखे हुए हैं. इसके अलावा ग्रामीणों को अभी जंगल की ओर जाने से मना कर दिया गया है. जिससे जान माल की हानि न हो. यहां बता दें कि खूंटी के जंगलों से सिमडेगा होते हुए गुमला जिले में घुसा एक जंगली हाथी पांच लोगों की जान ले चुका है. सिमडेगा जिला के कोलेबिरा व बानो में एक-एक व्यक्ति एवं गुमला जिला के पालकोट में दो व रायडीह में एक व्यक्ति की जान ले चुका है. गत शुक्रवार तक वह हाथी पालकोट प्रखंड के तापकारा पंचायत अंतर्गत जंगलों में विचरण कर रहा था. इसके बाद रात में वह हाथी रायडीह प्रखंड के जंगलों में घुस गया और सिकोई जंगल में अपना डेरा जमाए हुए हैं. वन विभाग ने हाथी के मुवमेंट को देखते हुए संभावना व्यक्त किया है कि वह हाथी चैनपुर कुरूमगढ़ या आंजन पतगच्छा की ओर बढ़ेगा. वहीं हाथी से हो रही जानमाल की क्षति को देखते हुए वन विभाग ने संबंधित क्षेत्र के ग्रामीणों से सतर्क रहने और जंगल की ओर नहीं जाने की अपील की है. डीएफओ अहमद बेलाल ने कहा डीएफओ अहमद बेलाल अनवर ने बताया कि जिस प्रकार से हाथी से जान-माल की क्षति हो रही है. इससे अंदाजा लगता है कि वह हाथी अभी काफी एग्रेसिव है. डीएफओ ने बताया कि हाथी अभी रायडीह प्रखंड के सिकोई जंगल में है. वन विभाग की क्यूआरटी टीम एक्टिव मोड में हाथी पर नजर रखे हुए है. हर पल हाथी को ट्रैक किया जा रहा है. डीएफओ ने बताया कि संभावना है कि वह हाथी अब या तो चैनपुर कुरूमगढ़ या तो आंजन पतगच्छा की ओर मूव करेगा. डीएफओ ने स्थानीय लोगों से अपील की कि जिस जंगल में हाथी है. उस जंगल में महुआ या जलावन लकड़ी चुनने के लिए नहीं जाये नहीं तो बड़ी घटना घट सकती है. डीएफओ ने बताया कि गत दिनों हाथी के मुवमेंट को देखकर रायडीह प्रखंड अंतर्गत संबंधित क्षेत्र के लोगों को आगाह किया गया था कि जंगल की ओर नहीं जाये. इसके बावजूद सोमवार को अहले सुबह में एक वृद्ध व्यक्ति महुआ चुनने के लिए जंगल गया था. जहां हाथी से आमना-सामना हुआ और हाथी ने उसकी जान ले ली. डीएफओ ने कहा कि जब तक हाथी जंगल में है. गांव के लोग महुआ व लकड़ी चुनने या अन्य कामवश जंगल की ओर नहीं जाये.

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