
लातेहार: सरकार द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र को सुविधा संपन्न बनाने के लिए कई प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं. जिला प्रशासन के द्वारा भी इस मामले में अपने स्तर से योजनाएं चलाकर आंगनबाड़ी केंद्र को दुरुस्त बनाया जा रहा है.
परंतु यह योजनाएं धरातल पर उतर रही है या नहीं इसकी ठीक तरीके से मॉनिटरिंग नहीं होने के कारण इसका पूरा लाभ बच्चों को नहीं मिल पा रहा है. लातेहार सदर प्रखंड के परसही गांव का आंगनबाड़ी केंद्र इसका जीता जागता उदाहरण है. इस आंगनबाड़ी केंद्र में सुविधा सिर्फ दिखावे के लिए है. सुविधाओं का लाभ बच्चों को नहीं मिल पाता.
पानी और बिजली दोनों गायब
दरअसल लातेहार सदर प्रखंड के परसही गांव में आंगनबाड़ी केंद्र में वर्तमान समय में बच्चों को पानी और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित होना पड़ रहा है. दुखद बात तो यह है कि सरकारी स्तर पर इस आंगनबाड़ी केंद्र में पानी और बिजली पहुंचा दी गई है.
कागज में इस केंद्र में पानी की भी सुविधा है और यहां बिजली का कनेक्शन भी लगा हुआ है. परंतु सच्चाई यह है कि वर्तमान समय में यहां पानी और बिजली दोनों गायब हैं. स्थानीय ग्रामीण और आंगनबाड़ी सेविका की माने तो आंगनबाड़ी केंद्र में बिजली का कनेक्शन लिया गया था. परंतु 1 वर्ष पहले बिजली के पोल के पास तार में कुछ खराबी आ जाने से केंद्र में पिछले 1 वर्षों से बिजली गायब है.
यहां पानी की व्यवस्था के लिए एक मोटर भी लगाई गई थी. साथ ही साथ आंगनबाड़ी केंद्र में टंकी भी स्थापित की गई है. परंतु बिजली का कनेक्शन नहीं रहने के कारण मोटर भी बेकार पड़ा हुआ है और बच्चों को पानी के लिए तरसना पड़ता है.
इतना ही नहीं इस आंगनबाड़ी केंद्र में शौचालय निर्माण का कार्य भी किया गया है, परंतु शौचालय की टंकी नहीं होने के कारण शौचालय भी अधूरा पड़ा हुआ है. ऐसे में बच्चों को खुले में शौच जाना पड़ता है.
शिक्षा तो मिलती है पर सुविधा भी जरूरी
इधर इस संबंध में स्थानीय ग्रामीण मुकेश उरांव ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को अच्छी शिक्षा जरूर मिलती है. परंतु यहां सुविधाओं का घोर अभाव है. यहां कम से कम पानी और बिजली की सुविधा अनिवार्य रूप से होनी चाहिए. वहीं आंगनबाड़ी सेविका विनीता देवी ने बताया कि 1 वर्ष पहले तार में कुछ खराबी आ जाने के कारण आंगनबाड़ी केंद्र में बिजली गायब है.
उन्होंने कहा कि इस मामले की जानकारी बिजली विभाग को भी दी गई है, परंतु अभी तक बिजली के कनेक्शन को दुरुस्त नहीं किया जा सका है. उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में गांव के एक कुएं से पानी लाकर काम चलाया जाता है.
शौचालय का निर्माण भी पूरा नहीं हो पाया है
उन्होंने बताया कि शौचालय का निर्माण पूरा नहीं होने के कारण उसका उपयोग नहीं हो पा रहा है. वहीं इस संबंध में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अलका हेंब्रम ने बताया कि जितने भी आंगनबाड़ी केंद्र हैं उन सभी में आगामी 20 दिनों के अंदर बिजली और पानी की व्यवस्था दुरुस्त कर दी जाएगी.
जिला प्रशासन के द्वारा जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट की सहायता से सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को सुविधा संपन्न बनाने की योजना बनाई गई है. लेकिन आंगनबाड़ी केंद्रों को इस योजना का लाभ नहीं मिल सका. इस आंगनबाड़ी केंद्र में ना तो बच्चों के खेलने का कोई सामान है और न ही चिकित्सीय उपकरण ही उपलब्ध हैं.