हजारीबाग: झारखंड सरकार के मंत्री हफीजुल हसन के द्वारा संविधान और शरीयत कानून पर दिए गए बयान के बाद झारखंड की राजनीति गर्म हो गई है. भाजपा लगातार मंत्री के बयान को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रही है. इसी क्रम में सोमवार को हजारीबाग में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के द्वारा आक्रोश मार्च निकाला गया. जिसमें सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता शामिल हुए.
विरोध मार्च निर्मल महतो पार्क से निकलकर विभिन्न मार्गों से होते हुए हजारीबाग समाहरणालय पहुंचा. जहां भाजपाइयों ने राज्यपाल के नाम का ज्ञापन हजारीबाग उपायुक्त को सौंपा. विरोध मार्च में शामिल भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि शरीयत को मानने वालों को पाकिस्तान चले जाना चाहिए. विरोध मार्च के पहले सदर विधायक प्रदीप प्रसाद के कार्यालय में संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया जिसमें कई विधानसभा के जनप्रतिनिधि और संसद पहुंचे .
हजारीबाग में भारतीय जनता पार्टी की ओर से संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के सम्मान में संगोष्ठी आयोजित की गई. कार्यक्रम हजारीबाग सदर विधायक प्रदीप प्रसाद के कार्यालय में हुई. जिला अध्यक्ष विवेकानंद सिंह ने इसकी अध्यक्षता की. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि लोकसभा सांसद ,अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव भोला सिंह, राज्यसभा सांसद सह भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल शामिल हुए. वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में बरकट्ठा के विधायक अमित यादव, हजारीबाग सदर विधायक प्रदीप प्रसाद और सिमरिया विधायक उज्ज्वल कुमार दास उपस्थित थे.
इस मौके पर मुख्य वक्ता सांसद भोला सिंह ने कहा कि मंत्री हफीजुल हसन द्वारा यह कहना कि सरकार शरीयत से चलेगी, संविधान से नहीं यह बात बिल्कुल आपत्तिजनक है. मंत्री होते हुए ऐसे गैर जिम्मेदाराना बयान से समाज में गलत संदेश जाएगा. ऐसे में तत्काल उन्हें पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने कहा कि डॉ. आंबेडकर एक राजनेता, समाज सुधारक, विचारक और दार्शनिक थे. डॉ. आंबेडकर भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्व संपन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य बनाने के हिमायती थे. साथ ही उन्होंने शिक्षित बनो, संघर्ष करो और संगठित रहो का संदेश दिया था. बाबा साहब को प्रताड़ित करने का काम कांग्रेस पार्टी के शासनकाल में किया गया. देश के कांग्रेसी प्रधानमंत्री द्वारा जीते जी स्वयं भारत रत्न ले लिया गया, लेकिन डॉ. अंबेडकर को यह सम्मान नहीं दिया गया. साथ ही उन्हें दो-दो बार लोकसभा का चुनाव हरवाने का काम किया गया.
‘देश संविधान से चलता है, ना की शरीयत से’
वहीं सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि देश संविधान से चलता है, ना की शरीयत से. कांग्रेस पार्टी ने स्वयं पार्टी हित में देश के संविधान में 86 बार संशोधन करा चुकी है. वहीं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का शासन आने पर ही संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में देश रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का प्रतिमा लगाई गई है.
