हजारीबागः जिला में रामनवमी को लेकर तैयारी जोर-शोर से चल रही है. ऐतिहासिक रामनवमी का पहला मंगल भी निकल चुका है. अब रामनवमी महासमिति का अध्यक्ष कौन होगा इसे लेकर तैयारी चल रहा है. शुक्रवार को मतदान के जरिए महासमिति के अध्यक्ष पद का निर्णय लिया जाएगा. जिसमें 230 मतदाता मतदान करेंगे.
इस मौके पर सदस्यों के बीच चुनाव चिन्ह दिया गया. इसमें बसंत यादव को ओम छाप, दिलीप गोप को गद्दा, मीत यादव को शंख, विशाल वाल्मीकि को डमरू छाप चुनाव चिन्ह आवंटित किया गया. इस दौरान ईटीवी भारत संवाददाता गौरव प्रकाश ने बड़ा अखाड़ा के महंत बिजयानंद दास और चुनाव समिति के सदस्य बप्पी करण से बातचीत की.
चुनाव समिति के अध्यक्ष बप्पी करण ने जानकारी देते हुए कहा कि रविवार को बैठक की गयी थी. लेकिन इसमें यह तय नहीं हुआ कि कौन महासमिति का अध्यक्ष होगा. यह तय किया गया की चुनावी प्रक्रिया से इस वर्ष फिर से गुजरना पड़ेगा. चुनाव को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है. गुप्त मतदान के जरिए हजारीबाग में महा समिति अध्यक्ष के पद का चुनाव होगा.
उन्होंने कहा कि हजारीबाग की रामनवमी की यही खासियत है कि राम भक्त एक साल तक इस पर्व का इंतजार करते हैं. एक माह तक प्रभु श्री राम का जन्मोत्सव उत्साह उमंग के साथ मनाया जाता है.
जैसे-जैसे समय बिता जा रहा है वैसे-वैसे रामनवमी का भव्यता भी बढ़ता जा रहा है. इस बार रामनवमी महासमिति अध्यक्ष पद के लिए चार उम्मीदवार चुनावी मैदान में है. जिसमें बसंत यादव, दिलीप गोप, मीत यादव और विशाल वाल्मीकि शामिल है. चुनाव में कुल 230 मतदाता मतदान करेंगे. इसके लिए मतदान सूची भी प्रकाशित कर दी गई है.
हजारीबाग में इस वर्ष 104 अखाड़े का निबंध किया गया है. जिसके अध्यक्ष और सचिव मतदाता होते हैं. 22 पूर्व महासमिति अध्यक्ष भी मतदान करते हैं. इस तरह कुल 230 मतदाता मतदान प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे. यह उम्मीद लगाई जा रही है कि चार अन्य अखाड़े का नाम भी इस वर्ष रजिस्टर्ड किया जाएगा. इस पर निर्णय होना बाकी है.
बड़ा अखाड़ा में इसे लेकर बैठक की गयी. यह तय किया गया कि निष्पक्ष मतदान की प्रक्रिया सुबह के 8:00 से शुरू होगी जो शाम के 3:00 बजे समाप्त हो जाएगी. इसके बाद लगभग 4:00 बजे के आसपास यह तय कर लिया जाएगा कि इस बार किसके नेतृत्व में रामनवमी संपन्न कराया जाए.
हजारीबाग में यह परंपरा 100 साल से चली आ रही है. 2007 से मतदान की प्रक्रिया शुरू की गई. कई ऐसे राम भक्त हैं जो महासमिति के अध्यक्ष बनना चाहते हैं. संख्या अधिक आने के कारण चुनाव की प्रक्रिया शुरू की गई. यह प्रक्रिया तात्कालीन उपायुक्त मनीष रंजन के कार्यकाल के समय से शुरू की गयी थी.
बड़ा अखाड़ा के महंत बिजयानंद दास ने कहा कि प्रभु श्रीराम के नाम पर यह प्रक्रिया शुरू की जाती है. सभी राम भक्त इस बात को लेकर उत्सुक होते हैं कि आखिर उनका सेनापति कौन होगा. भक्ति में और उत्साह के साथ शुक्रवार 21 मार्च को सुबह के 8:00 बजे से मतदान शुरू हो जाएगा और 3:00 बजे तक समाप्त हो जाएगा. यह उम्मीद लगाई जा रही है कि अधिक से अधिक मतदाता हिस्सा ले.