छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज दरों में लगातार पांचवीं तिमाही में बदलाव नहीं हुआ.
सरकार ने पीपीएफ और एनएससी सहित अलग-अलग छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को 1 अप्रैल, 2025 से शुरू होने वाली लगातार पांचवीं तिमाही में कोई बदलाव नहीं किया.
वित्त मंत्रालय की एक अधिसूचना में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के लिए अलग-अलग लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरें, जो 1 अप्रैल, 2025 से शुरू होकर 30 जून, 2025 को समाप्त होंगी, वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (1 जनवरी, 2025 से 31 मार्च, 2025) के लिए अधिसूचित दरों से अपरिवर्तित रहेंगी.
- सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जमा पर 8.2 फीसदी की ब्याज दर मिलेगी, जबकि तीन साल की सावधि जमा पर ब्याज दर चालू तिमाही में 7.1 फीसदी ही रहेगी.
- सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) और डाकघर बचत जमा योजनाओं की ब्याज दरें भी क्रमश- 7.1 फीसदी और 4 फीसदी पर बरकरार रखी गई हैं.
- किसान विकास पत्र पर ब्याज दर 7.5 फीसदी होगी और निवेश 115 महीनों में मैच्योर होगा.
- अप्रैल-जून 2025 की अवधि के लिए राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) पर ब्याज दर 7.7 फीसदी रहेगी.
- मौजूदा तिमाही की तरह, मासिक आय योजना निवेशकों के लिए 7.4 फीसदी रहेगी.
इसके साथ ही डाकघरों और बैंकों द्वारा संचालित छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को लगातार पांचवीं तिमाही के लिए अपरिवर्तित छोड़ दिया गया है. सरकार ने पिछली बार 2023-24 की चौथी तिमाही के लिए कुछ योजनाओं में बदलाव किया था. सरकार हर तिमाही में छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को अधिसूचित करती है.
चूंकि पोस्ट ऑफिस डिपॉजिट, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ), सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवाई) और नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (एनएससी) जैसी छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें हर तिमाही में संशोधित की जाती हैं. इसलिए निवेशक दरों में होने वाले बदलावों पर नजर रखते हैं. इस बार केंद्र सरकार ने अप्रैल-जून 2025 तिमाही के लिए ऐसी योजनाओं पर ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा है.