बिहार महिला कांग्रेस ने 24 जिलों में नई अध्यक्षों और कई उपाध्यक्षों, महासचिवों और सचिवों की नियुक्ति की है. इससे संगठन को नई दिशा और मजबूती मिलने की उम्मीद है. यह कदम महिला सशक्तिकरण और संगठन विस्तार की दिशा में एक अहम प्रयास माना जा रहा है. पढे़ं पूरी खबर…
बिहार प्रदेश महिला कांग्रेस ने संगठन को सशक्त बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए 24 जिलों में नई जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की है. यह नियुक्तियां महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा की स्वीकृति के बाद की गई हैं. बुधवार को जारी लिस्ट में पूर्वी चंपारण से किरण कुमारी, सीतामढ़ी से उषा शर्मा, मधुबनी से आभा पांडेय, सुपौल से कुमारी स्वाति, पूर्णिया से अंजुम कौसर और दरभंगा से पूनम झा को नई जिम्मेदारी दी गई है.
इन्हें मिली जिम्मेदारी
इसके अलावा मुजफ्फरपुर में जूही प्रीतम, समस्तीपुर में देविता कुमारी गुप्ता, बेगूसराय में गायत्री देवी, खगड़िया में शमा परवीन, भागलपुर में कोमल सृष्टि, पटना शहरी में मीणा निषाद और पटना ग्रामीण-1 में अजीता पांडे को जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. रोहतास से रिंकू देवी, गया से डॉ. पिंकी कुमारी, नालंदा से रीना देवी, सीवान से इंदु सिंह, बक्सर से निर्मला देवी, गोपालगंज से शीला जायसवाल, औरंगाबाद से गायत्री देवी, अररिया से गुलशन आरा, नवादा से शमा परवीन और मधेपुरा से नीलू ठाकुर को भी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई है. लखीसराय में कुमारी सोनी को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है.
उपाध्यक्ष और महासचिवों की नियुक्तियां भी घोषित
महिला कांग्रेस ने संगठन विस्तार को और प्रभावी बनाने के लिए छह उपाध्यक्षों की नियुक्ति भी की है. इनमें दरभंगा से डॉ. सुधा प्रसाद, मुंगेर से फौजिया राणा, पटना से विनीता भगत, वैशाली से डॉ. सुनीता सिंह और पश्चिम चंपारण से मंजू बाला पाठक को उपाध्यक्ष बनाया गया है. इसके अलावा भागलपुर से अनामिका शर्मा और सुनंदा रक्षित को महासचिव बनाया गया है. सचिव पद पर रोहतास से मंजू लता और श्वेता रानी, बेगूसराय से रूबी शर्मा और गया से रिया कुमारी को नियुक्त किया गया है.
संगठन को नई दिशा मिलने की उम्मीद
इन नियुक्तियों से महिला कांग्रेस को जमीनी स्तर पर मजबूती मिलने की उम्मीद है. नए चेहरों से संगठन को नई ऊर्जा और दिशा मिलेगी, जिससे महिला कांग्रेस का प्रभाव ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में समान रूप से बढ़ सकेगा. ये नियुक्तियां प्रदेश की महिलाओं को नेतृत्व देने की दिशा में एक सार्थक प्रयास मानी जा रही हैं.