टोक्यो: विमान हादसे के बाद जापान की वायुसेना ने अपने 196 सैन्य प्रशिक्षण विमानों की आपातकालीन सुरक्षा जांच शुरू कर दी है. बता दें कि इनमें से एक विमान उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी.
जापान वायु आत्मरक्षा बल (जेएएसडीएफ) द्वारा संचालित टी-4 प्रशिक्षण विमान, जिसमें दो सैन्यकर्मी सवार थे, बुधवार को मध्य जापानी प्रांत ऐची में कोमाकी एयर बेस से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद एक तालाब में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. लापता विमान और दो चालक दल के सदस्यों की तलाश गुरुवार को जारी रही.

वायुसेना प्रमुख हिरोआकी उचिकुरा ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया कि दुर्घटना के बाद से इन विमानों का परिचालन स्थगित कर दिया गया. उन्होंने ये भी कहा कि जब तक कारण का पता नहीं चल जाता और सुरक्षा जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक वे उड़ान नहीं भरेंगे. यह दुर्घटना हाल के वर्षों में रक्षा विमान दुर्घटनाओं की श्रृंखला में नया है.
ये हादसा ऐसे समय में हुआ, जब जापान क्षेत्र में चीन के प्रभाव को रोकने के लिए सैन्य तैयारी तेज कर रहा है. इसके साथ ही अपने रक्षा खर्च को दोगुना कर रहा है.
दुर्घटनाग्रस्त विमान 36 साल पुराना टी-4 था, जो दक्षिणी मियाज़ाकी प्रांत के न्यूटाबारू एयर बेस से संचालित होता था. इसमें वॉयस रिकॉर्डर या फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर नहीं लगा था, जो जांच के लिए झटका था. रक्षा मंत्री जनरल नाकातानी ने गुरुवार को प्रशिक्षण विमान में वॉयस और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डिंग उपकरण लगाने की योजना की घोषणा की.
जेएएसडीएफ ने गुरुवार को कहा कि विमान में तब समस्या आई, जब वह उड़ान भरने के करीब एक मिनट बाद 4,000 फीट (1,200 मीटर) की ऊंचाई पर पहुंचा. क्योडो न्यूज एजेंसी ने कहा कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल को टी-4 विमान से किसी आपात स्थिति के बारे में कोई संपर्क नहीं मिला.
जेएएसडीएफ ने कहा कि विमान उड़ान के दो मिनट बाद रडार से गायब हो गया और एयरबेस से लगभग 10 किलोमीटर (6 मील) उत्तर पूर्व में इरुका तालाब नामक में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. प्रत्यक्षदर्शियों ने एनएचके राष्ट्रीय प्रसारक को बताया कि उन्होंने दुर्घटना के समय गड़गड़ाहट जैसी तेज आवाज सुनी थी. जलाशय के पास विमान का मलबा और चालक दल के जीवन रक्षक उपकरण और हेलमेट पाए गए.