Wednesday, April 2, 2025

वक्फ बिल पर JDU और TDP ने साफ किया स्टैंड, संख्या बल जुटाने में लगी सरकार

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केंद्र सरकार 2 अप्रैल को वक्फ बिल लोकसभा में पेश करेगी. बीजेपी ने अपने सांसदों को सदन में रहने के लिए व्हिप जारी किया है.

Waqf Amendment Bill JDU- TDP clarified stand bjp govt strategies against opposition in lok sabha

वक्फ संशोधन बिल को पास करवाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री सहयोगी पार्टियों के साथ लगातार संपर्क में हैं. वक्फ संशोधन विधेयक बुधवार को लोकसभा में पेश किया जाएगा. जेडीयू और टीडीपी ने बिल पर अपने रुख साफ कर दिए हैं और सरकार का समर्थन करने की बात कही है.

टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि वक्फ बिल पर वह मुसलमानों का साथ देना चाहते हैं क्योंकि ये बिल वक्फ के नाम पर हड़पी गई लाखों हेक्टेयर जमीन को आम मुसलमानों को वापस दिलवाएगा.

वहीं, केंद्रीय मंत्री और जेडीयू नेता ललन सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जेडीयू और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कांग्रेस पार्टी से किसी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. उन्होंने कांग्रेस को अपनी स्थिति पर सोचने को कहा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह देखना चाहिए कि उन्होंने देश और बिहार पर कितने साल राज किया और मुसलमानों के लिए क्या किया.

जेडीयू सूत्रों के अनुसार, जेडीयू वक्फ बिल का समर्थन करेगी. उन्होंने कहा कि वक्फ बिल धर्म से नहीं जुड़ा है और ना ही मुस्लिम धर्म के खिलाफ है. ये बिल जमीन और संपत्ति से जुड़ा है. जेडीयू केंद्र सरकार का हिस्सा है और बिहार में भी गठबंधन की सरकार है. साथ ही आगे बिहार का चुनाव जेडीयू को एनडीए के साथ लड़ना है. ऐसे में पार्टी सरकार के द्वारा लाए गए बिल के खिलाफ कैसे जा सकती है.

सूत्रों ने कहा कि सरकार को बिल से संबंधित जो सुझाव पार्टी ने दिए थे, उसको कमोवेश शामिल कर लिया गया है. ऐसे में बिल का समर्थन करने के अलावा पार्टी के पास और कोई विकल्प नहीं है. जेडीयू के सूत्रों का कहना है कि इस संबंध में आज रात नीतीश कुमार से भी बात होगी.

जेडीयू ने अपने लोकसभा सांसदों को बुधवार को सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया है और उसमें बिल को समर्थन करने के लिए कहा है. पार्टी का कहना है कि नीतीश कुमार ने कभी मुस्लिम समाज के साथ अपने कमिटमेंट को लेकर समझौता नहीं किया. उदाहरण के लिए नीतीश कुमार ने इफ्तार पार्टी दी, मुस्लिम नेताओं के निमंत्रण पर उनके घर इफ्तार पर गए, ईद पर गांधी मैदान जाकर मुबारकबाद दी.

लोकसभा में संख्या बल
वक्फ बिल पर सरकार आंकड़े जुटाने में लगी है. अगर आंकड़ों पर गौर करें तो संसद में कुल 542 सांसद हैं. बीजेपी के पास सबसे ज्यादा 240 सांसद हैं. अगर सहयोगी दलों को भी मिला लिया जाए तो एनडीए के पास 294 सांसद हैं. लोकसभा में बिल पास करने के लिए 272 सांसदों का समर्थन चाहिए. ऐसे में, अगर बीजेपी को अपने सहयोगी दलों का साथ मिलता है, तो उसे इस बिल को लोकसभा में पास कराने में कोई दिक्कत नहीं होगी.

उधर भाजपा ने इस बिल को लेकर अपने सभी सांसदों को लोकसभा में उपस्थित रहने के लिए व्हिप भी जारी कर दिया है.

संसदीय कार्य एवं अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरण रिजिजू ने दावा किया कि विधेयक के पक्ष में सिर्फ एनडीए ही एकजुट नहीं है, बल्कि विपक्षी इंडिया गठबंधन के भी कई सांसदों ने इसका समर्थन करते हुए जल्द बिल लाने की मांग की है.

75 वर्षों में कांग्रेस की सोच नहीं बदली…
भाजपा सांसद राधा मोहन अग्रवाल ने सवाल किया कि 1995 में जब वक्फ कानून में संशोधन किया गया था तब किसकी सरकार थी. 2013 में वक्फ को खुली छूट दे दी गई कि वक्फ के नाम पर जमीन लूट लें, तब किसकी सरकार थी, कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियों की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगातार तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है. 75 वर्षों में कांग्रेस की सोच नहीं बदली है. वो गरीब मुसलमानों, विधवा महिलाओं, आम मुसलमानों को फायदा नहीं पहुंचाना चाहते हैं. वो सिर्फ उनके साथ हैं जो वक्फ के नाम पर लूट रहे हैं. उन्होंने कहा कि जो संवैधानिक बिल है उसे असंवैधानिक बताया जा रहा है.

बहरहाल इस मुद्दे पर मंगलवार को संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजीजू ने सचेतकों के साथ बैठक की और उन्हें कहा कि वो सांसदों को इस बिल से संबंधित जानकरी के साथ उपस्थित रहने के लिए कहें. इसके अलावा भाजपा ने अपने प्रवक्ताओं और सांसदों के साथ भी बैठक कर वक्फ बिल की बारीकियों को समझाया ताकि इस बिल पर वो सदन या डिबेट में सरकार का पक्ष रखने में सक्षम हों.

बुधवार को लोकसभा और उसके बाद ये बिल राज्यसभा में लाया जाएगा. सरकार ये दावा कर रही है कि कई विरोधी पार्टियां भी इसके पक्ष में वोट करेंगी या वोटिंग से दूर रहकर सरकार की सहायता कर सकती हैं. बहरहाल बुधवार को लोकसभा हंगामेदार होने की संभावना है.

भाजपा ने वक्फ पर अपने प्रवक्ताओं के नाम का खुलासा कर दिया है जो कुछ इस तरह हैं-

वक्फ बिल पर लोकसभा में बीजेपी के वक्ता

  • जगदंबिका पाल
  • अनुराग ठाकुर
  • निशिकांत दुबे
  • अभिजीत गंगोपाध्याय
  • कमलजीत सहरावत
  • तेजस्वी सूर्या
  • रविशंकर प्रसाद

वक्फ बिल पर राज्यसभा में बीजेपी के वक्ता

  • सुधांशु त्रिवेदी
  • राधामोहन दास अग्रवाल
  • बृजलाल
  • मेधा कुलकर्णी
  • भागवत कराड

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