Saturday, March 15, 2025

लोकसभा में भी शिवसेना सांसद ने औरंगजेब की कब्र को नष्ट करने की मांग उठाई थी. इसको लेकर महाराष्ट्र की राजनीति तेज हो गई है.

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Etv Bharat

 महाराष्ट्र की राजनीति में औरंगजेब को लेकर हंगामा जारी है. लोकसभा में शिवसेना सांसद ने औरंगजेब की कब्र को नष्ट करने की मांग उठाए जाने के बाद पूर्व विधायक और धर्मवीर संभाजी महाराज प्रतिष्ठान के अध्यक्ष मिलिंद रमाकांत एकबोटे ने जिले के खुल्ताबाद में औरंगजेब की कब्र को नष्ट करने की चेतावनी दी है. बता दें कि, इससे पहले शिवसेना सांसद नरेश म्हस्के ने सदन में शून्यकाल के दौरान औरंगजेब की कब्र को नष्ट करने की मांग उठाई थी.

अब पूर्व विधायक मिलिंद रमाकांत की चेतावनी के बाद महाराष्ट्र प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया है. प्रशासन ने पूर्व विधायक एकबोटे और उनके समर्थकों को 16 मार्च 2025 से 5 अप्रैल 2025 तक जिले में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया है.

औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग ने पकड़ा जोर

इस बीच, खुल्ताबाद में जिस जगह कब्र स्थित है, वहां कड़ी पुलिस सुरक्षा लगा दी गई है. इससे पहले, भाजपा विधायक नितेश राणे ने भी कहा था कि कब्र को ध्वस्त किया जाएगा. उसके बाद, सुरक्षा उपायों को काफी बढ़ा दिया गया है, जिसकी अंबादास दानवे ने आलोचना की.

बता दें कि, कुछ दिनों पहले, ‘छावा’ फिल्म रिलीज हुई थी और इसके कारण औरंगजेब की कब्र के प्रति मराठा समुदाय और हिंदुओं की भावनाएं तेज हो गई हैं. इसे लेकर सोशल मीडिया पर भी काफी आक्रोश है. प्रशासन को गोपनीय जानकारी मिली है कि खुल्ताबाद में औरंगजेब की कब्र को नष्ट किया जाएगा.

इसके आधार पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर विनोद खिरलकर ने अपने आदेश में पूर्व विधायक एकबोटे और उनके समर्थकों को एक तय अवधि तक छत्रपति संभाजीनगर जिले में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. जिसके बाद से खुल्ताबाद में औरंगजेब की कब्र के पास एसआरएफ की एक टुकड़ी तैनात की गई है और दो अधिकारियों और 15 कर्मचारियों को कब्र की सुरक्षा में लगाया गया है. साथ ही इस इलाके में दो स्थानों पर नाकाबंदी की गई है.

औरंगजेब की कब्र को हटाने की चेतावनी देते हुए विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल आक्रामक हो गए हैं. औरंगजेब की कब्र के खिलाफ आक्रामक होते हुए विश्व हिंदू परिषद ने अब राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी है. साथ ही इस समय आक्रामक चेतावनी दी गई है कि औरंगजेब की कब्र को महाराष्ट्र से हटाया जाए, नहीं तो बाबरी की पुनरावृत्ति होगी.

शिवसेना के नरेश म्हस्के ने सदन में क्या कहा?
सदन में शून्यकाल के दौरान, यह मुद्दा उठाते हुए शिवसेना के नरेश म्हस्के ने कहा था कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा संरक्षित 3,691 स्मारकों और कब्रों में से 25 प्रतिशत मुगल और ब्रिटिश अधिकारियों की हैं, जिन्होंने देश की संस्कृति और परंपराओं के खिलाफ काम किया.

म्हस्के ने कहा कि औरंगजेब ने छत्रपति संभाजी की हत्या की और हिंदू मंदिरों को नष्ट कर लूटा. उन्होंने कहा कि औरंगजेब, जिसने नौवें और दसवें सिख गुरुओं की भी हत्या की थी, की कब्र खुल्दाबाद में है जिसे एएसआई द्वारा संरक्षित किया गया है.

ठाणे संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सदस्य म्हस्के ने कहा, “औरंगजेब जैसे क्रूर व्यक्ति की कब्र को संरक्षित करने की क्या जरूरत है? औरंगजेब और भारत के खिलाफ काम करने वाले सभी लोगों के स्मारकों को नष्ट कर दिया जाना चाहिए.”

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