दरभंगा विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी की अध्यक्षता में वित्त समिति की बैठक हुई। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 18 अरब 49 करोड़ घाटे का बजट अनुशंसित किया गया।
दरभंगा। लनामिवि में सोमवार को कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी की अध्यक्षता में नरगौना स्थित आवासीय कार्यालय में वित्त समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 18 अरब 49 करोड़ घाटे का बजट अनुशंसित किया गया। बैठक में बजट पर विस्तृत चर्चा के बाद प्रस्तावित बजट को अनुशंसित करते हुए आवश्यक संशोधनों के साथ अगली बैठक में उपस्थापित करने का निर्णय लिया गया। वित्तीय परामर्शी इंद्र कुमार ने वित्त समिति की बैठक में अनुमोदित मदों से संबंधित जानकारी साझा करते हुए बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए तैयार आय-व्ययक (बजट) की सदस्यों ने समीक्षा की। कुछ बिंदुओं पर संशोधन की जरूरत को देखते हुए इससे संबंधित निर्देश दिए गए हैं। आंशिक संशोधनों के साथ वित्त समिति की 23 जनवरी को आहूत अगली बैठक में बजट को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। उसके बाद बजट सिंडिकेट से अनुमोदित होकर सीनेट में प्रस्तुत होगा।
उन्होंने बताया कि बैठक में अलग-अलग मदों पर गंभीरता से विचार करते हुए सदस्यों ने विश्वविद्यालय के सर्वांगीण विकास के लिए आर्थिक पक्षों पर अपने विचार रखे। खेल निदेशालय के बजट, विश्वविद्यालय मुख्यालय व स्नातकोत्तर विभागों में मुख्य रोकड़ पंजी एवं सहायक रोकड़ पंजी संबंधित मदों पर भी विचार किया गया। साथ ही एकाउंटिंग स्टैंडर्ड के अनुरूप संधान के लिए सीए फर्म को आउटसोर्स करने पर भी विचार किया गया।
गौरतलब है कि 27 जनवरी को आयोजित होने वाली सीनेट की वार्षिक बैठक को लेकर आगामी वित्तीय वर्ष के बजट को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सीनेट से पारित होने के बाद बजट सरकार को भेजा जाएगा। बजट के माध्यम से विश्वविद्यालय आगामी वित्तीय वर्ष के लिए राज्य सरकार से राशि की मांग करता है। वित्त समिति की अगली बैठक में बजट को सिंडिकेट के लिए अनुमोदित किया जाएगा। 25 जनवरी को सिंडिकेट बजट पर मुहर लगाकर सीनेट के लिए अनुशंसित करेगा। वित्त समिति की बैठक में विगत 16 जनवरी को हुई वित्त समिति की बैठक की कार्यवाही और 20 जनवरी को आयोजित क्रय-विक्रय समिति के कार्यवृत के अनुमोदन को संपुष्ट किया गया। वित्त समिति की बैठक में विवि के कुलसचिव डॉ. अजय कुमार पंडित, वित्त परामर्शी इंद्र कुमार, वित्त पदाधिकारी जानकी रमण निधि, सदस्य अरविंद सिंह एवं गोपाल चौधरी, बिहार सरकार के नामित सदस्य सह शिक्षा विभाग के उपसचिव उपेंद्र नारायण महतो आदि उपस्थित थे।