गढ़वा के युवक रवि कुमार चौधरी का पार्थिव शरीर रूस से भारत पहुंच गया है. कुछ दिन पहले उनकी बीमारी के वजह से मौत हो गयी थी. झारखंड सरकार ने शव को वापस लाने में बड़ी भूमिका निभाई.
गढ़वा : गढ़वा के युवक रवि कुमार का शव गुरुवार को उनके गृहनगर पहुंच चुका है. झारखंड सरकार के श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग की सक्रियता की वजह से ये संभव हुआ. कुछ दिन पहले ही ईस्टा कंपनी में कार्यरत मजदूर की मौत रूस में बीमारी की वजह से हो गयी थी. इसके बाद पिता सच्चिदानंद चौधरी ने विभाग द्वारा संचालित राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष में अपने बेटे की मृत्यु को लेकर सूचना दी थी.
पूर्व मंत्री मिथलेश ठाकुर समेत कई लोगों ने निभाई बड़ी भूमिका
रवि कुमार चौधरी के पार्थिव शरीर को स्वदेश लाने में पूर्व मंत्री मिथलेश ठाकुर और गढ़वा के उपायुक्त ने बड़ी भूमिका निभाई थी. इसके अलावा विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी और पलामू सांसद का भी महत्वपूर्ण योगदान था. पलामू सांसद बीडी राम ने मृत युवक की मौत को दुखद बताया है और हर संभव मदद की बात भी कही है. मृत युवक की पत्नी को उनके मौत के बारे में कंपनी ने 14 मार्च को ही जानकारी दे दी थी. इसके बाद से उनका परिवार दूतावास और कंपनी द्वारा नियुक्त एजेंट से लगातार संपर्क था. कंपनी ने ही उनके शव को भारत लाने के लिए सारी व्यवस्थाएं की.
पार्थिव शरीर को 19 मार्च को दिल्ली के लिए किया गया रवाना
इसके बाद नियंत्रण कक्ष ने प्रोटेक्टर ऑफ एमिग्रेंट से संपर्क करते हुए भारतीय दूतावास, मास्को के सेकंड सेक्रेटरी से संपर्क स्थापित किया. इसके बाद कंपनी ने पार्थिव शरीर को स्वदेश भेजने की प्रक्रियाओं में तेजी लाई. दूतावास ने भी आवश्यक दस्तावेजीकरण पूरी करके मृतक के शव को एनओसी प्रदान की. मृत युवक रवि कुमार चौधरी का पार्थिव शरीर फ्लाइट संख्या एसयू 232 द्वारा मास्को से 19 मार्च को ही दिल्ली के लिए रवाना किया गया. 20 मार्च को उनका शव दिल्ली पहुंच गया.