रांची के राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में 81 डॉक्टरों को प्रोन्नति दी गई है। इनमें 13 डॉक्टर प्रोफेसर 28 एडिशनल प्रोफेसर और 40 असिस्टेंट प्रोफेसर से एसोसिएट प्रोफेसर बने हैं। प्रोन्नति की तिथि 1 जुलाई 2022 2023 और 2024 से मानी गई है। डॉक्टरों ने निदेशक का आभार व्यक्त किया है। वहीं 6 डॉक्टरों का प्रमोशन प्रमाण पत्र जमा नहीं होने के कारण लंबित है।
राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स), रांची में लंबे समय से प्रोन्नति की प्रतीक्षा कर रहे डॉक्टरों के लिए राहत की खबर है। निदेशक डॉ. राजकुमार ने पद पर दोबारा योगदान देने के साथ ही डॉक्टरों की प्रोन्नति सूची जारी कर दी। कुल 81 डॉक्टरों को प्रोन्नति दी गई है।
इनमें 13 डॉक्टरों को प्रोफेसर के पद पर प्रोन्नत किया गया है, जिनमें तीन डॉक्टर डेंटल विभाग से हैं। इसके अलावा, 28 डॉक्टरों को एडिशनल प्रोफेसर और 40 डॉक्टरों को असिस्टेंट प्रोफेसर से एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर प्रोन्नति दी गई है।
इनमें से कुल 41 डॉक्टरों को एक जुलाई 2024 से प्रोन्नति दी गई है, जबकि 33 डॉक्टरों को एक जुलाई 2023 से प्रोन्नति मिली है। सात डॉक्टरों को एक जुलाई 2022 से प्रोन्नति मिली है। डॉक्टरों ने निदेशक का आभार व्यक्त करते हुए इस निर्णय का स्वागत किया है।
6 डॉक्टरों का प्रमोशन लटका
जिन डॉक्टरों ने बैचलर्स आफ कम्युनिटी मेडिकल सर्विसेज (बीसीएमई) और बायोमेडिकल रिसर्च में बेसिक कोर्स (बीसीबीआर) की परीक्षा उत्तीर्ण की है लेकिन अब तक इसका प्रमाण पत्र जमा नहीं किए हैं उनकी प्रोन्नति अभी लंबित है। प्रमाण पत्र जमा होने के बाद ही इनका रिजल्ट जारी किया जाएगा।
इनका प्रमाण पत्र के बाद जारी होगा रिजल्ट
- डॉ. राजेश कुमारचौधरी, ईएनटी विभाग
- डॉ. जाहिद मुस्तफा, ईएनटी विभाग
- डॉ. संदीप कुमार, जेनरल सर्जरी विभाग
- डॉ. अंजय कुमार, जेनरल सर्जरी विभाग
- डॉ. फारूख हसन, जेनरल सर्जरी विभाग
- डॉ. राणा प्रताप सिंह, यूरोलाजी विभाग
क्या है बीसीएमई और बीसीबीआर कोर्स
मेडिकल में बीसीएमई और बीसीबीआर दोनों ही महत्वपूर्ण कोर्स हैं। जिसे पूरा करने के बाद ही प्रोन्नति मिल सकती है। बीसीएमई सामुदायिक स्वास्थ्य सेवाओं में एक स्नातक स्तर का कोर्स है जो सामुदायिक चिकित्सा और आवश्यक दवाओं के बारे में ज्ञान प्रदान करता है और बीसीबीआर बायोमेडिकल रिसर्च में एक बेसिक कोर्स है जो चिकित्सा शोध के सिद्धांतों और तरीकों को सिखाता है।