जम्मू: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में 17 रहस्यमयी मौतों के बाद से हड़कंप मचा हुआ है. प्रशासन की तरफ से एहतियाती कदम उठाते हुए बुधाल गांव के 300 से अधिक लोगों को राजौरी अस्पताल में क्वारंटीन किया गया है. जबकि पीड़ित परिवारों के करीबी रिश्तेदारों को एक आइसोलेशन सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया है. वहीं कुछ अन्य ग्रामीण रहस्यमयी मौतों के लिए जिम्मेदार विषाक्त पदार्थों (जहरीले पदार्थों) की पहचान करने के प्रयासों के बीच अस्पतालों में भर्ती हैं.
कोटरंका क्षेत्र के सुदूर बुधाल गांव के तीन परिवारों के 17 सदस्यों की रहस्यमय बीमारी से मौत के बाद क्षेत्र में मेडिकल अलर्ट जारी किया गया है और इसके मद्देनजर जीएमसी राजौरी के सभी डॉक्टरों और पैरामेडिक्स की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. बुधाल गांव को नियंत्रण क्षेत्र घोषित किया गया है, और सभी सार्वजनिक और निजी समारोहों पर रोक लगा दी गई है.
कोटरंका के सहायक उपायुक्त दिल मीर ने ईटीवी भारत को बताया कि पिछले तीन दिनों में कोई नया मामला सामने नहीं आया है. हालांकि, हमने 300 से अधिक ग्रामीणों को क्वारंटीन किया है. कृषि विभाग, पशुपालन विभाग और भेड़पालन विभाग गांव में पशुओं को चारा उपलब्ध कराने के काम में लगे हुए हैं.
पशुओं की देखभाल के लिए आगे आए स्वयंसेवक
ऐसे समय में जब गांव के निवासी क्वारंटीन में हैं, पड़ोसी गांवों के स्वयंसेवक पशुओं की देखभाल के लिए आगे आए हैं. मोहम्मद कबीर जैसे युवा पशुओं को चारा और पानी उपलब्ध कराने के लिए जुटे हुए हैं.
कबीर ने कहा, “हमने क्वारंटीन किए गए ग्रामीणों को आश्वस्त किया है कि उनके पशु सुरक्षित हाथों में हैं. हमारी टीम गायों, भैंसों, बकरियों और भेड़ों को चारा और देखभाल उपलब्ध कराने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही है.”
बुधाल गांव में पिछले दो महीनों में रहस्यमयी बीमारी के कारण 14 बच्चों सहित 17 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.