रांची: जनजातीय समुदाय के बच्चों में राष्ट्रीय जीवन के मूल्यों की रक्षा और उन्नति के साथ-साथ जीवन मूल्यों पर आधारित शिक्षा देने के लिए काम करने वाली राष्ट्र संवर्धन समिति की ओर से आज बरियातू स्थित ‘प्रणवानंद बिरसा मुंडा जनजातीय छात्रावास’ में ‘होली मिलन समारोह’ का आयोजन किया गया. रंगोत्सव के इस आयोजन में संस्था से जुड़े स्वयंसेवकों के साथ-साथ जनजातीय समूह के उन बच्चों ने भी भाग लिया जो छात्रावास में रहकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं.
राष्ट्रभक्ति और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर जोरः राजीव कमल बिट्टू
राष्ट्र संवर्धन समिति के सचिव राजीव कमल बिट्टू ने होली महोत्सव के अवसर पर बताया कि झारखंड एक जनजातीय बाहुल्य राज्य है, यहां विभिन्न राष्ट्र विरोधी शक्तियां जनजाति समाज के बीच विद्वेष और अलगाव फैलाने का प्रयास करती रही है, हाल ही में पत्थलगढ़ी, पैसे के आधार पर अनाथ बच्चों को गोद लेना जैसे मुद्दों और चाईबासा में कोल्हान को एक अलग देश बनाने की मांग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि राज्य में एक बड़े षड्यंत्र की संभावना है, जो राष्ट्र के खिलाफ है.
ऐसे में संगठन ने पिछले 2 वर्षों में जनजातीय बालकों के लिए निःशुल्क छात्रावास चलाया है. इस छात्रावास का नाम ‘प्रणवानंद बिरसा मुंडा जनजातीय छात्रावास’ रखा गया है. यह छात्रावास समाज के सहयोग से सफलतापूर्वक चल रहा है और इसमें झारखंड के विभिन्न जिलों के बालक भारतीय जीवन मूल्यों के आधार पर शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं.
मैक्लुस्कीगंज में 2000 जनजातीय बच्चों के लिए जल्द शुरू होगा निशुल्क शिक्षा केंद्र
राष्ट्र संवर्धन समिति के सचिव राजीव कमल बिट्टू ने बताया कि राष्ट्र संवर्धन समिति की आगे की योजना मैक्लुस्कीगंज (रांची) में विद्यालय सह छात्रावास का निर्माण करना है, इसके लिए संस्था ने जमीन भी ले ली है, जहां ग्राम जागरण और ग्राम संस्कार केंद्रों के माध्यम से कार्य चल रहा है. आगामी समय में, वहां 2000 जनजातीय बालकों के लिए निशुल्क शिक्षा देने के उद्देश्य से एक आधुनिक और सुविधायुक्त शिक्षण केंद्र स्थापित किया जाएगा, जो भारतीय जीवन मूल्यों पर आधारित होगा.
होली मिलन समारोह में छात्रावास के बच्चों ने परंपरागत तरीके से एक दूसरे को रंग गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दी. इस दौरान पूरा छात्रावास परिसर होली के गीतों से गुंजायमान होता रहा.