रांचीः डीआईजी सह एसएसपी रांची चंदन कुमार सिन्हा को मिली गुप्त सूचना के आधार पर एक स्नैचर गिरोह को पकड़ा गया है. इस गैंग के सदस्य मासूम बच्चों के गले से सोने के लॉकेट और चेन झपट कर फरार हो जाते थे. गिरोह के कुल पांच लोगों को पकड़ा गया है जिनमें दो नाबालिग हैं.
तीन मामले रिपोर्ट होने पर पुलिस हुई रेस!
राजधानी रांची के सुखदेवनगर इलाके में हाल के दिनों में बच्चो से सोने के लॉकेट और चेन की छिनतई करने वाला गिरोह सक्रिय हो गया था. गिरोह के सदस्य स्कूटी में सवार होकर निकलते और बच्चों को अपनी बातों में फंसाकर उनके गले से लॉकेट या तो तोड़ के उड़ा लेते थे या फिर उसे ब्लेड से काट लेते थे.
इसी बीच एक परिजन जिनका बच्चा भी ऐसी ही छिनतई का शिकार हुए था. उन्होंने सुखदेवनगर थाना में रिपोर्ट की. जिसके बाद मामले में त्वरित एक्शन लेते हुए डीआईजी सह एसएसपी रांची चंदन कुमार सिन्हा ने कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोय के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर अपराधियों को गिरफ्तार करने का टास्क दिया.
सीसीटीवी में दिखे अपराधी
इस मामले की जांच में जुटी पुलिस की टीम ने जब सुखदेवनगर इलाके के उन क्षेत्रों का मुआयना किया जिन क्षेत्रों से छिनतई की वारदातों को अंजाम दिया गया था. इसी दौरान पुलिस के हाथ को सीसीटीवी फुटेज भी लगे जिसमें बच्चों से छिनतई करने वाले अपराधियों के चेहरे स्पष्ट रूप से नजर आ रहे थे.
इसके बाद टेक्निकल टीम की मदद से कुल पांच आरोपियों को दबोच गया लेकिन उनमें से दो नाबालिक निकले. पांच में से दो नाबालिगों को बाल सुधार गृह भेजा गया है, जबकि तीन को जेल भेज दिया गया है.
बातों में उलझा कर करते थे छिनतई
रांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि यह गैंग सिर्फ बच्चों को निशाना बनाता था. पहले बच्चों को अपराधी किसी तरह की बातों में उलझते. इसके बाद मौका पाकर उनके गले से लॉकेट को झपटकर फरार हो जाते थे.