Wednesday, March 19, 2025

रांची में कोयला कारोबारी बिपिन मिश्रा पर फायरिंग करने वाले सभी अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं.

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रांचीः झारखंड के चर्चित कोयला कारोबारी बिपिन मिश्रा पर फायरिंग मामले का डीआईजी सह रांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने पटाक्षेप कर दिया है. फायरिंग मामले में मास्टरमाइंड प्रेम पांडेय सहित कुल छह अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अपराधियों के पास से ऑस्ट्रिया मेड पिस्टल सहित तीन हथियार और कई कारतूस बरामद किए गए हैं.

जेल में हुई थी प्लानिंग

डीआईजी सह रांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि कोयला कारोबारी बिपिन मिश्रा पर हमले की पूरी प्लानिंग अपराधी प्रेम पांडेय के द्वारा की गई थी. प्रेम पांडेय ने गैंगस्टर अमन साव के कहने पर बिपिन मिश्रा पर फायरिंग की थी. प्रेम पांडेय फरवरी 2025 में रामगढ़ जेल से बाहर निकला था. जेल में अमन साव के गुर्गों ने उसे बाहर निकल कर बिपिन मिश्रा पर हमला करने के लिए कहा था. जिसके बाद जेल में ही बंद एक अपराधी करण उरांव के साथ मिलकर प्रेम पांडेय ने बिपिन मिश्रा पर हमले की योजना बनाई थी. जिसमें अन्य चार अपराधियों रहमान अंसारी, शोभित सिंह, विशाल मुंडा और अविनाश कुमार ने मदद की थी.

अमन गैंग ने उपलब्ध करवाए थे हथियार

बिपिन मिश्रा पर फायरिंग के लिए अमन गैंग ने शूटरों को अत्याधुनिक हथियार उपलब्ध करवाया था. एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया की हथियार शूटरों तक पहुंचाने के लिए किसी आदमी का प्रयोग नहीं किया गया था.अमन गैंग के द्वारा एक निश्चित स्थान पर ऑस्ट्रिया मेड एक पिस्टल सहित अन्य हथियार रख दिए गए और फिर शूटरों को हथियार कहां रखा गया है इसकी जानकारी उपलब्ध करवा दी गई. जिसके बाद उस स्थान से शूटरों ने हथियार लिया और दो दिनों तक बिपिन मिश्रा की रेकी की और फिर 7 मार्च को बिपिन मिश्रा पर फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया. रांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि अपराधियों को हथियार सिमडेगा जेल में बंद अमन साव के खास गुर्गे में उपलब्ध करवाया था.

एक था रंगदारी नहीं मिलने से नाराज, दूसरे को लेना था बदला

अमन और प्रेम पांडेय दोनों का ही विकास तिवारी (पांडेय गिरोह का प्रमुख) से अलग-अलग मामलों को लेकर आदवात थी. अमन साहू को यह शक था कि कोयला कारोबारी बिपिन मिश्रा और विकास तिवारी एक-दूसरे के साथ मिले हुए हैं. यहां तक कि यह भी शक था कि बिपिन मिश्रा को पांडेय गिरोह सपोर्ट भी कर रहा है और बिपिन मिश्रा विकास तिवारी के बल पर अमन साहू गैंग को रंगदारी नहीं दे रहा है.

वहीं प्रेम पांडेय पहले विकास तिवारी गैंग के लिए ही काम किया करता था, लेकिन विकास तिवारी के इशारे पर उसके गुरु ने प्रेम पांडे के भाई भरत पांडे सहित दो लोगों की हत्या झारखंड के पलामू जिले में कर दी थी. अपने भाई की हत्या से नाराज प्रेम पांडे ने अमन साव गैंग से हाथ मिला लिया. अमन ने प्रेम को यह बताया था की अगर बिपिन मिश्रा को रास्ते से हटा दिया जाए तो पांडेय गिरोह बेहद कमजोर हो जाएगा. भाई की मौत का बदला लेने के लिए प्रेम पांडे हर हाल में विकास तिवारी गैंग को कमजोर करना चाहता था. इसी वजह से उसने अपने गुर्गों के जरिए बिपिन मिश्रा पर हमला करवाया.

जम्बो एसआईटी बनाई गई थी

डीआईजी सह रांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि बिपिन मिश्रा पर हमले के आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए जम्बो एसआईटी बनाई गई थी. एसआईटी में आधा दर्जन से ज्यादा डीएसपी, थानेदार और टेक्निकल सेल की टीम को शामिल किया गया था. टीम ने अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए कई राज्यों में छापेमारी की. कड़ी मेहनत के बाद सभी छह अपराधी प्रेम पांडेय, रहमान अंसारी, करण कुमार, अविनाश कुमार, शोभित सिंह और विशाल मुंडा पकड़े गए.

घटना को अंजाम देने के बाद भाग गए थे मनाली

रांची एसएसपी ने बताया कि सभी अपराधी घटना को अंजाम देने के बाद विभिन्न तरीकों से मनाली भाग गए थे और वहां एक होटल में ठहरे थे. वहां उन्होंने विभिन्न तरह से ऐशो आराम भी किया. जब सभी को लगा कि मामला अब ठंडा हो गया है तब सभी रांची लौटे, लेकिन पुलिस उनकी तलाश में लगी हुई थी. जैसे ही अपराधी रांची पहुंचे पुलिस ने सभी को अलग-अलग क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया.

गिरफ्तारी के क्रम में प्रेम और रहमान घायल

रांची एसएसपी ने बताया कि प्रेम और रहमान को जब पुलिस गिरफ्तार करने पहुंची तो दोनों भगाने के लिए काफी ऊंचाई से कूद गए. इस वजह से दोनों बुरी तरह से जख्मी हुए हैं. दोनों का फिलहाल रांची के रिम्स में इलाज चल रहा है.

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