गैंगस्टर प्रिंस खान को इंटरपोल के सहयोग से गिरफ्तार करने की योजना है. डीजीपी अनुराग गुप्ता ने इसकी जिम्मेवारी अनुराग गुप्ता को दी है.
धनबाद : अमन साहू के एनकाउंटर के बाद अब धनबाद के चर्चित गैंगस्टर प्रिंस खान भी अब एटीएएस के रडार पर है. उसे ट्रैक कर इंटरपोल के सहयोग से गिरफ्तार करने की योजना है. इसके लिए डीजीपी अनुराग गुप्ता ने एटीएस को जिम्मेदारी दी है. कुछ दिन पहले ही गैंगस्टर मयंक सिंह की अजरबैजान से गिरफ्तारी और उसे प्रत्यर्पण संधि के झारखंड लाने की मंजूरी मिली थी.

प्रिंस खान के खिलाफ पहले से जारी है रेड कॉर्नर नोटिस
गैंगस्टर प्रिंस खान के खिलाफ पहले से रेड कॉर्नर नोटिस जारी है. उसका पासपोर्ट भी रद्द किया जा चुका है. पूर्व में उसके संयुक्त अरब अमीरात के शारजाह में छिपे होने की बात सामने आ चुकी है. इसके अलावा डीजीपी ने अजरबैजान और मलेशिया में सक्रिय दो इंटरनेशनल मोबाइल नंबर की जांच करने की जिम्मेवारी एटीएस को दी है, क्योंकि इन दोनों नंबरों से झारखंड के लोगों को धमकी देने की जानकारी डीजीपी को मिली है.
झारखंड डीजीपी ने विदेश में छिपे अपराधियों पर कार्रवाई का दिया है निर्देश
डीजीपी ने मोबाइल नंबर के आधार पर विदेश में छिपे अन्य लोगों की पहचान कर झारखंड से जुड़े अपराधियों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. ऐसे लोगों की पहचान कर सबसे पहले जारी पासपोर्ट को रद्द कराने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा केस में आरोपी की पहचान होने के बाद उनके खिलाफ इंटरपोल के सहयोग से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का निर्देश दिया गया है.
प्रिंस खान रंगदारी के लिए कारोबारियों को करता रहा है कॉल
प्रिंस खान पिछले कई वर्षों से विदेश में रह कर यहां के कारोबारियों से रंगदारी के लिए लगातार फोन कॉल कर रंगदारी मांगते रहा है. अपने गुर्गों के माध्यम से फायरिंग व जानलेवा हमला तक कराता रहा है. कई मामलों में प्रिंस के घर की कुर्की भी हो चुकी है.