मुंबई: म्यूचुअल फंड धीरे-धीरे अडाणी समूह की कंपनियों में अपना निवेश कम कर रहे हैं, जो रुचि में निरंतर गिरावट का संकेत है. अप्रैल में म्यूचुअल फंडों ने सामूहिक रूप से अडाणी समूह की आठ सूचीबद्ध संस्थाओं में 1,160 करोड़ रुपये से अधिक के शेयर बेचे है.
अप्रैल में अडाणी की सूचीबद्ध कंपनियों में से सात में म्यूचुअल फंड की शेयरधारिता घटी, जबकि मार्च में यह संख्या चार थी.
सबसे बड़ा विनिवेश अडाणी एंटरप्राइजेज में हुआ, जिसमें म्यूचुअल फंड ने अपनी हिस्सेदारी 346 करोड़ रुपये से अधिक घटा दी. इसके बाद अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस और अंबुजा सीमेंट्स का स्थान रहा, जहां फंड मैनेजरों ने अपनी हिस्सेदारी क्रमश- 302 करोड़ रुपये और 241 करोड़ रुपये घटाई.
अन्य बिकवाली में एसीसी (124 करोड़ रुपये), अडाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड (7.7 करोड़ रुपये) और अडाणी टोटल गैस (3.43 करोड़ रुपये) शामिल हैं. एकमात्र शेयर जिसमें दिलचस्पी बढ़ी वह अडाणी पावर था, जिसमें म्यूचुअल फंड ने मामूली रूप से अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई और 102 करोड़ रुपये का निवेश किया.
अडाणी ग्रीन एनर्जी और अदानी एंटरप्राइजेज को छोड़कर, समूह के बाकी शेयरों में शुद्ध बिकवाली देखी गई. फरवरी में म्यूचुअल फंड ने अडाणी समूह की आठ संस्थाओं में लगभग 321 करोड़ रुपये का विनिवेश किया, जो जनवरी में शुरू हुई सुस्त भावना को जारी रखता है, जब खरीद 480 करोड़ रुपये तक सीमित थी.