पश्चिम बंगाल पुलिस की एसटीएफ ने झारसुगुड़ा पुलिस की मदद से बनहरपाली इलाके में छापेमारी की और दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
झारसुगुड़ा: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हुई हिंसा के सिलसिले में सोमवार को ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया, जबकि 6 लोगों को हिरासत में लिया गया. पश्चिम बंगाल पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने यह गिरफ्तारी की.
आईजीपी उत्तरी रेंज संबलपुर हिमांशु लाला और झारसुगुड़ा के एसपी स्मित पी परमार ने मीडिया को बताया कि बंगाल एसटीएफ की टीम ने झारसुगुड़ा पुलिस की मदद से बनहरपाली इलाके में छापेमारी की और मुर्शिदाबाद हिंसा और हरगोबिंद सिंह और उनके पुत्र की हत्या के मुख्य आरोपी के दो बेटों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, एसटीएफ की पांच सदस्यीय टीम रविवार देर रात बनहरपाली थाना क्षेत्र के बंदबहाल पहुंची और जांच की. इसमें पुलिस ने मुर्शिदाबाद हिंसा के मुख्य आरोपी जियाउल शेख के दो बेटों सफाउल हक और बानी इसराइल (24) को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उनके पास से 7.62 एमएम की दो देसी बंदूक और जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं.
वहीं, झारसुगुड़ा पुलिस ने आरोपियों की मदद करने वाले छह लोगों को भी हिरासत में लिया है.
अधिकारियों ने बताया कि एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी हिंसा के बाद झारसुगुड़ा आ गए और यहां छिप गए. अधिकारी ने कहा कि हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ की जा रही है और हिंसा के दिन मुर्शिदाबाद में उनकी मौजूदगी का पता लगाने के लिए भी उनके मोबाइल फोन की जांच की जा रही है. साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान 11-12 अप्रैल की रात में मुर्शिदाबाद के कई हिस्सों में हिंसा हुई थी, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. उपद्रवियों ने कई दुकानों और घरों में तोड़फोड़ की थी.
अधिकारियों ने कहा कि झारसुगुड़ा में आरपियों के ठिकाने से छह लोगों को हिरासत में लिया गया है. पिता-पुत्र हत्याकांड में उनकी संलिप्तता की भी जांच की जा रही है.
पिता-पुत्र हत्याकांड की एनआईए जांच की मांग
वहीं, केंद्रीय मंत्री और बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने सोमवार को मुर्शिदाबाद जिले के दंगा प्रभावित समसेरगंज का दौरा किया और स्थानीय लोगों से बातचीत की. भाजपा नेता ने तोड़फोड़ किए गए धार्मिक स्थलों का भी दौरा किया.
सुकांत मजूमदार ने मृतक हरगोबिंद दास और उनके पुत्र चंदन दास के शोकाकुल परिवारों से भी मुलाकात की, जो हिंसा के दौरान जाफराबाद में मारे गए थे. इस दोहरे हत्याकांड की एनआईए जांच की मांग करते हुए मजूमदार ने कहा कि पीड़ित परिवारों को स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच के जरिए न्याय मिलना चाहिए.