बिहार विधानसभा चुनाव की आहट के साथ मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन के सामने मतदान प्रतिशत बढ़ाने की एक बड़ी चुनौती खड़ी है. पिछले लोकसभा चुनाव में जिले के 315 बूथ ऐसे थे, जहां 50% से भी कम मतदान हुआ था. यह आंकड़ा दर्शाता है कि मतदाताओं में उदासीनता है.
बिहार विधान सभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गयी है. मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन को कुछ बूथों पर विशेष ध्यान देने और मतदाताओं को जागरूक करने के लिए एक्शन प्लान तैयार कर रही है. जिले में पिछले लोकसभा व विधानसभा चुनावों में मतदान की स्थिति चिंताजनक रही है. हाल ही में किए गए एक सर्वेक्षण में यह खुलासा हुआ है कि जिले के 11 विधानसभा क्षेत्रों में 30 बूथ ऐसे हैं, जहां मतदान का प्रतिशत 40% से भी कम रहा. शहरी क्षेत्रों में स्थिति और भी गंभीर है, जहां नगर विधानसभा क्षेत्र के 10 बूथों पर मतदान का प्रतिशत 30% से भी कम दर्ज किया गया. 2019 के लोकसभा चुनावों में, जिले का औसत मतदान 60% से कुछ अधिक था, जो राष्ट्रीय औसत के करीब था. हालांकि, विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत उत्साहजनक नहीं रहा.
जागरुकता से बढ़ेगा मतदान
कम मतदान के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें मतदाताओं में जागरुकता की कमी, मतदान केंद्रों तक पहुंचने में कठिनाई, और राजनीतिक उदासीनता शामिल हैं. चुनाव आयोग का स्पष्ट मानना है कि मतदान लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और सभी नागरिकों को इसमें भाग लेना चाहिए कम मतदान प्रतिशत एक चिंता का विषय है, और इसे ठीक करने के लिए तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए. इसके लिए जागरुकता अभियान, नुक्कड़ नाटक और अन्य माध्यमों से मतदाताओं को मतदान के महत्व के बारे में शिक्षित किया जाना चाहिए. इसके अतिरिक्त, मतदान केंद्रों तक पहुंच को सुगम बनाने और मतदाताओं के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रयास किए जाने चाहिए.
विधानसभा | 50 प्रतिशत कम वोटिंग वाले बूथ | 40 प्रतिशत से कम वोटिंग वाले बूथ |
गायघाट | 21 | 2 |
औराई | 63 | 7 |
मीनापुर | 8 | 2 |
बोचहां | 13 | 3 |
सकरा | 2 | 0 |
कुढ़नी | 4 | 0 |
मुजफ्फरपुर | 102 | 10 |
कांटी | 23 | 3 |
बरूराज | 7 | 0 |
पारू | 10 | 0 |
साहेबगंज | 32 | 3 |
कुल बूथ | 285 | 30 |
औराई में एक बूथ पर पड़े सिर्फ दो वोट
पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में औराई विधानसभा के बूथ नंबर 232 पर सिर्फ दो वोट डाला गया था.जबकि इस बूथ पर 1029 था. वोटिंग प्रतिशत 0.49 प्रतिशत था