
पलामू: जिले के हैदरनगर थाना क्षेत्र के रहने वाले मुमताज अंसारी ने एक अच्छे घर का सपना देखा था. घर बनाने की धुन में वह अपने माता-पिता की मौत के बाद भी वापस नहीं लौटा था. कमाई की पाई पाई दोस्त और गुरु को दिया करता था. लेकिन दोस्त ने विश्वासघात कर दिया. बाद में गुरु इमामुद्दीन ने मुमताज को पैसा नहीं दिया. मुमताज की लाख मिन्नत के बावजूद इमामुद्दीन ने पैसा वापस नहीं किया. अंत में मुमताज ने हथियार खरीदा और इमामुद्दीन की हत्या कर दी. इस बात का खुलासा पलामू के हैदरनगर पुलिस ने किया है.
गोली मारकर दोस्त की हत्या कर दी
शुक्रवार को इमामुद्दीन अंसारी की हैदरनगर के भरे बाजार में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने पूरे मामले में कार्रवाई करते हुए तीन घंटे के अंदर आरोपी मुमताज को गिरफ्तार कर लिया था.
पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि मुमताज और इमामुद्दीन आपस में दोस्त थे. इमामुद्दीन अंसारी ने गुजरात में मुमताज को क्रेन ऑपरेटर की नौकरी पर रखवाया था. मुमताज का पैसा इमामुद्दीन के पास बकाया था और दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो रहा था. इसी विवाद में इमामुद्दीन की मुमताज ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
मुमताज को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. पुलिस की छापेमारी अभियान में हुसैनाबाद एसडीपीओ मोहम्मद याकूब, हैदरनगर और मोहम्मदगंज के थाना प्रभारी मुकेश कुमार सिंह शामिल थे.
जमीन का दिया था लालच, घर को लेकर शादी तक नहीं की थी
पुलिस के अनुसंधान में यह बात निकाल कर सामने आई है कि मुमताज को इमामुद्दीन ने जमीन का लालच भी दिया था. इमामुद्दीन मुमताज को ना जमीन दे रहा था और न ही पैसा. मुमताज अच्छे घर का सपना देख रहा था. अच्छे घर के सपने के कारण उसने शादी भी नहीं की थी.