महाराष्ट्र के यवतमाल में मंगलवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई. एक स्कूल की प्रधानाध्यापिका ने अपने शिक्षक पति की हत्या कर दी. पति की हत्या करने के बाद प्रधानाध्यापिका ने स्कूल के छात्रों की मदद से शव को जंगल में ले जाकर जलाने का प्रयास किया. पुलिस ने आरोपी प्रधानाध्यापिका को गिरफ्तार कर लिया है. शव को ठिकाने लगाने में मदद करने वाले तीन छात्रों को भी हिरासत में लिया गया है.
क्या है घटनाः मृत शिक्षक का नाम शांतनु अरविंद देशमुख है. शांतनु और उसकी पत्नी (हत्यारोपी) दोनों यवतमाल के एक अंग्रेजी मीडियम स्कूल में पढ़ाते थे. शांतनु स्कूल में शिक्षक के तौर पर काम कर रहे थे, जबकि पत्नी प्रधानाध्यापिका थी. दोनों के बीच हमेशा झगड़ा होते रहता था. झगड़े से छुटकारा पाने के लिए प्रधानाध्यापिका ने 13 मई की रात, अपने पति की हत्या कर दी.
शव को कैसे लगाया ठिकानेः हत्या के बाद उसने रात भर पति के शव को घर में ही रखा. अगले दिन वह रोज की तरह स्कूल गई. पति के शव को ठिकाने लगाने के लिए छात्रों की मदद लेने का फैसला किया. ट्यूशन के लिए घर आने वाले नौवीं कक्षा के तीन छात्रों को अपने भरोसे में लिया. रात में उन छात्रों की मदद से शांतनु के शव को चौसाला के जंगल में ले गयी. शव की पहचान न हो, इसलिए उसमें आग लगा दी.
घटना का पता कैसे चला: पुलिस को घटना की जानकारी तब मिली जब जंगल में एक व्यक्ति का आंशिक रूप से जला हुआ शव मिला. इसके बाद पुलिस ने अपराध की गंभीरता को समझते हुए मामले की जांच स्थानीय अपराध शाखा को सौंप दी. टीम ने तकनीकी और गोपनीय तरीके से जांच शुरू की. इस दौरान उन्हें जानकारी मिली कि शांतनु देशमुख कई दिनों से लापता है.
हत्या की बात स्वीकार कीः और शक की सुई उसकी पत्नी की ओर गयी. इसके बाद पुलिस ने शव की पहचान के लिए शांतनु के दोस्तों को बुलाया. दोस्तों ने बताया कि शव शांतनु का ही है. इसके बाद पुलिस ने शांतनु की पत्नी को आगे की जांच के लिए बुलाया. पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने पति की हत्या की बात कबूल कर ली. उसके बयान के आधार पर तीनों छात्रों को भी पकड़ा गया.