चतरा के लावालौंग में शादी के छह दिन बाद ही खुशियां मातम में बदल गईं। एक सड़क हादसे में दुल्हन प्रीति कुमारी उसकी मां विमली देवी और बुआ पिंकी देवी की मौत हो गई। घटना इटखोरी मंदिर से लौटते समय हुई जब वाहन पेड़ से टकरा गया। इस दुर्घटना में कई लोग घायल भी हुए हैं और पूरे गांव में शोक का माहौल है
चतरा। लावालौंग थाना क्षेत्र के कटिया पंचायत के रखेद गांव निवासी अमरजीत प्रसाद की पुत्री प्रीति कुमारी की शादी 20 अप्रैल को उड़ीसा के रश्मिकांत साहू के साथ हुई थी। नव दंपती ससुराल आए हुए थे।
शादी के छह दिन भी नहीं हुए थे कि अचानक खुशियां मातम में तब्दील हो गया और एक ही घर के तीन सदस्यों की सड़क हादसे में मौत हो गई। मरने वालों में दुल्हन प्रीति कुमारी, मां विमली देवी और फुआ पिंकी देवी थी। जबकि चार बच्चे समेत सात लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
इधर देर शाम तीनों की अर्थी एक ही आंगन से निकाली गई। जिससे पूरा गांव में मातम पसर गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। जबकि ग्रामीण घायलों के जल्द स्वस्थ होने की ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं। वहीं, सदर अस्पताल में घायलों के आते ही कुछ समय के लिए अफरा-तफरी मच गई। घायलों के चीत्कार से पूरा अस्पताल दहल उठा।
अस्पताल में जुटी भीड़
मृतक और घायलों को देखने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ था। घायलों के स्वजन अस्पताल पहुंचकर दहाड़ मारकर रो रहे थे। जिससे पूरा माहौल गमगीन हो गया। दरअसल, दामाद रश्मिकांत साहू घरवालों को पूजा-अर्चना करने के लिए इटखोरी के मां भद्रकाली मंदिर ले गए थे।
जहां से वापस लौटते समय उन्हें नींद आ गई। तीखा मोड़ होने की वजह से वाहन अनियंत्रित होकर सड़क किनारे स्थित पेड़ से टक्कर हो गई। इधर घटना की जानकारी होते ग्रामीण और राहगीरों ने क्षतिग्रस्त वाहन में फंसे सभी को एक-एक कर बाहर निकाला और उपचार के लिए अस्पताल भेज दिया।