मुख्यमंत्री का विदेश दौरा और हफीजुल के बयान से सूबे का माहौल गर्म है. सत्ताधारी दल और भाजपा आमने-सामने है.
गिरिडीहः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विदेश दौरे को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सवाल उठाया. जिसको लेकर सूबे की सियासत गर्मा गयी है. इसका जवाब सूबे के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने दिया है.
गिरिडीह में पत्रकारों से बात करते हुए मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि ‘मैं देख रहा हूं कि भारतीय जनता पार्टी और बाबूलाल मरांडी का राजनीतिक स्तर गिर चुका है. बाबूलाल निम्न स्तर की बात कर रहे हैं. बाबूलाल मरांडी देश के पहले कृषि मंत्री हैं उनसे पूछना चाहिए कि वे कहां गए थे और किन किन लोगों के साथ गए थे. राज्य हमारा शिबू सोरेन और फुरकान अंसारी ने राज्य लिया अब बाबूलाल बतायेंगे क्या कि मुख्यमंत्री कहां जाएंगे’
इसके अलावा मंत्री ने कहा कि निश्चित तौर पर मुझे जानकारी है कि मुख्यमंत्री जहां गए हैं वह हाईटेक सिटी है. वहां से नई चीजों को लाना चाहते हैं. वैसे भाजपा ने कुछ किया नहीं सिर्फ गुमराह किया है और आलोचना की है. जिस स्तर से भाजपा के लोग बातें कर रहे हैं मुझे काफी खराब लग रहा है. विदेश जाने से पहले सीएम से आगे योजना पर बात हुई. कहां उद्योग लगाना है, कैसे रोजगार बढ़ाना है इनपर बात हुई.
दूसरी तरफ हफीजुल अंसारी के बयान को लेकर भाजपा के धरना प्रदर्शन पर मंत्री सुदिव्य कुमार ने भी प्रतिक्रिया दी है. मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी मतिभ्रम की शिकार हो गई है. 2024 के विधानसभा चुनाव में झारखण्ड की जनता ने उनको जोर का झटका इतने धीरे से दिया है कि वे भूल गए हैं कि अपने मंत्रिमंडल में सहयोगियों को नियुक्त करने का अधिकारी मुख्यमंत्री का विशेषधिकार है.
मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि वैसे मंत्री हफीजुल अंसारी का बयान अगर देश के संविधान या देश के कानून के विरुद्ध है तो वे सक्षम न्यायालय में जाने को स्वतंत्र हैं. बाकी मंत्री रखना या नहीं रखना मुख्यमंत्री का विशेषधिकार है, भाजपा इस मामले में निर्देश नहीं दे सकती.