आरपीएफ ने रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए अपने सुरक्षा उपायों को बढ़ा दिया है और रेलवे स्टेशनों पर कड़ी निगरानी की जा रही है.
नई दिल्ली: भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने सभी रेलवे स्टेशनों, ट्रेनों और रेलवे परिसरों में अपने सुरक्षा प्रोटोकॉल को काफी मजबूत किया है. वर्तमान खतरों के मद्देनजर यात्रियों की सुरक्षा पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है.
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह कदम मानव तस्करी, नशीले पदार्थों की घटनाओं, पथराव और अन्य अप्रिय घटनाओं जैसे खतरों से निपटने के लिए उठाया गया है. आरपीएफ, रेलवे अधिकारियों के साथ मिलकर पूरे रेल नेटवर्क में सुरक्षा और निगरानी को सक्रिय रूप से बढ़ा रहा है.
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि रेलवे स्टेशनों और ट्रैक मार्गों पर सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए गवर्नमेंट रेलवे पुलिस (जीआरपी) और स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ समन्वित संयुक्त गश्त की जा रही है.
उत्तर मध्य रेलवे ने एक्स पर पोस्ट किया, “यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है. उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज, झांसी और आगरा मंडलों के प्रमुख स्टेशनों पर स्थापित एकीकृत सुरक्षा प्रणाली के तहत 450 हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर, 22 डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर, 8 बैगेज स्कैनर और 8 अंडर व्हीकल स्कैनिंग सिस्टम शामिल हैं.”
रेलवे स्टेशनों पर मॉक ड्रिल का आयोजन
सुरक्षा व्यवस्था पर बात करते हुए, उत्तर सीमांत रेलवे (NFR) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने कहा कि यह रेलवे के गहन सुरक्षा प्रयासों का हिस्सा है. शर्मा ने बताया, “एनएफआर ने जिला प्रशासन के सहयोग से महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों पर सफलतापूर्वक मॉक ड्रिल का आयोजन किया है. इन ड्रिल में एयर सायरन अलर्ट और ब्लैकआउट प्रोटोकॉल शामिल थे, जिनका उद्देश्य आपातकालीन प्रतिक्रिया तैयारियों का परीक्षण और उन्हें बढ़ाना था.”
अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने और सभी यात्रियों की गरिमा और सुरक्षा की रक्षा के लिए तस्करी विरोधी अभियान भी तेज कर दिए गए हैं. मौजूदा हालात में बढ़ते तनाव के कारण उभरती चुनौतियों के जवाब में सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के लिए लगातार सुधार किए जा रहे हैं.
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि आरपीएफ सभी यात्रियों के लिए सुरक्षित और विश्वसनीय रेलवे वातावरण सुनिश्चित करने के लिए लगातार सक्रिय कदम उठाती है. सुरक्षा के बारे में लोगों को सचेत करते हुए, उत्तर रेलवे ने सोशल मीडिया पर लिखा, “अगर आपको ट्रेन से यात्रा करते समय कोई लावारिस वस्तु या संदिग्ध व्यवहार दिखाई देता है, तो कृपया तुरंत 139 पर कॉल करके या निकटतम रेलवे कर्मचारियों को इसकी सूचना दें. आपकी जागरूकता सभी की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है.”